नरेश मीणा ने अपने ऊपर हुए हमले के बाद बारां प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। नरेश मीणा ने कहा कि जबतक सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। हालांकि, कुछ देर बाद उन्होंने प्रदर्शन को खत्म करने का एलान कर दिया।
बारां। आकड़ी गांव में हुए हमले के बाद युवा नेता नरेश मीणा का तेवर सख्त हो गया। अपने ऊपर हुए हमले के विरोध में नरेश मीणा शनिवार देर शाम बारां पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने प्रशासन को साफ अल्टीमेटम देते हुए कहा कि जब तक हमले में शामिल सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा, चाहे इसके लिए उन्हें कई दिनों तक धरने पर बैठना पड़े।
हालांकि, कुछ देर बाद उन्होंने कहा कि बारां पुलिस प्रशासन ने निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया है, जिसके बाद वे धरने को खत्म कर रहे हैं। लेकिन, यदि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो वे अपने समर्थकों के साथ कलक्ट्रेट का घेराव करेंगे।
नरेश मीणा ने बताया कि शनिवार शाम वह आकड़ी गांव में एक परिचित के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त कर लौट रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने उनकी कार पर लाठियों से हमला कर दिया और वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। हमले के वक्त वह खुद कार में मौजूद थे। उन्होंने आरोप लगाया कि यह हमला अंता से कांग्रेस विधायक प्रमोद जैन भाया से जुड़े लोगों ने कराया। नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि भाया के लोगों ने क्षेत्र में पुलिस-प्रशासन की नाक में दम कर रखा है।
धरने के दौरान नरेश मीणा ने बताया कि पुलिस ने अब तक 7-8 लोगों को कस्टडी में लिया है और उनके घरों से करीब 150 लाठियां बरामद की गई हैं, लेकिन सिर्फ हिरासत में लेना पर्याप्त नहीं है। जब तक सभी दोषियों की गिरफ्तारी कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा।
घटना के कुछ समय बाद आकड़ी निवासी शराब कारोबारी व पूर्व कांग्रेस सरपंच तोलाराम मीणा की कार में आग लगाए जाने की घटना भी सामने आई। नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि यह साजिश उन्हें झूठे मामले में फंसाने के लिए रची गई। उन्होंने कहा कि पुलिस मौके पर मौजूद थी और पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
नरेश मीणा ने अपने समर्थकों से रविवार को सुबह 11 बजे बारां कलक्ट्रेट के बाहर धरने में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। पुलिस प्रशासन का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।