Heavy Rain: लगातार हो रही बरसात के चलते तालाब पूरी तरह भर कर ओवरफ्लो हो गया है। इसके बाद पानी की आवक से मामोनी गांव की निचली बस्ती में पानी भर गया।
IMD RED ALERT: इस बार प्रदेश सहित जिले में मानसून कुछ ज्यादा ही मेहरबान हो गया है। जिले में पिछले एक सप्ताह से जारी भारी बारिश से कई मकान व भवन गिर गए हैं। नदियों में उफान आने से कई रास्ते बाधित हो गए हैं। इस बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर अगले दो दिन के लिए जिले में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम केंद्र के अनुसार, जिले के कुछ भागों में 30 जुलाई को भारी बारिश होगी। कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश होने की पूरी संभावना है। 30-31 जुलाई को कोटा संभाग में भारी व अतिभारी बारिश हो सकती है। इसके लिए RED अलर्ट जारी कर दिया गया है।
लगातार हो रही बारिश से जिले के कई जलस्रोत लबालब भर गए। इस दौरान कई बांध, तालाब और एनिकट भर गए हैं। इनमें से कई तो छलक गए और कई छलकने की कगार पर हैं।
जिले के सभी उपखंडों में अब तक जोरदार बारिश हो चुकी है। लेकिन इसमें इस बार शाहाबाद या किशनगंज नहीं मांगरोल और अटरू अव्वल रहे हैं। यहां पर अब तक 41 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इसके बाद शाहाबाद और किशनगंज हैं। यहां पर 39 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। इसके बाद बारां, छबड़ा और छीपाबड़ौद हैं। यहां पर अब तक 32 इंच बारिश हो चुकी है।
छीपाबड़ौद क्षेत्र में हो रही लगातार बरसात के चलते कई कॉलोनियां व खेत जलमग्न हो गए है। अंधेरी नदी ने फिर से अपना विकराल रूप धारण कर लिया है। इससे फसलें चपेट में आ गई हैं। वहीं छीपाबड़ौद से छबड़ा मार्ग वाला मुख्य मार्ग बमोरी घाटा की पुलिया डूब जाने के कारण बाधित हो गया है। कई नदी नाले उफान पर है तो कई जगह मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।
देवरी कस्बे सहित समूचे क्षेत्र में लगातार बारिश से जन जीवन प्रभावित हुआ। इससे बाजारों में भी मंदी दिखी। पलकों नदी में उफान से मार्ग अवरुद्ध रहे। इससे करीब चार घंटे तक आवागमन प्रभावित हुआ। क्षेत्र की चौराखाड़ी गांव के पास से बहने वाली रैपी नदी की पुलिया पर भी करीब एक मीटर पानी होने से मार्ग अवरुद्ध रहा। इससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं पलकों नदी की पुलिया में उफान होने की वजह से कस्बाथाना थाना प्रभारी योगेश शर्मा, देवरी चौकी बीट प्रभारी सुरेन्द्र सिंह मय स्टाफ नदी के पास खड़े लोगों से समझाइश करते नज़र आए।
गऊघाट क्षेत्र में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते गऊघाट सहित आसपास के गांवों और कस्बों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार बारिश के कारण कई मकानों में सीलन आने लगी है, वहीं कई कच्ची दीवारें गिरने की कगार पर हैं। परवन नदी के उफान पर आने से निचले इलाकों की सैकड़ों बीघा फसलें जलमग्न हो गई हैं। इधर, शेरगढ़ बांध पर 25 फीट की चादर बह रही है, इससे आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनने की आशंका गहरा गई है। जलस्तर में निरंतर बढ़ोतरी से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक चेतावनी जारी नहीं की गई है।
बारां जिले में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। संभावित आपदा को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर के निर्देशन में सभी विभागों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अतिरिक्त जिला कलक्टर जब्बर सिंह ने संयुक्त टीम के साथ बिलोदा मामली गांव का दौरा कर जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। साथ ही मध्यप्रदेश स्थित कलोरा तालाब में टूटने की आशंका के चलते संभावित खतरे को भांपते हुए जिले के सीमावर्ती नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से राहत कार्य शुरू करते हुए प्रभावित लोगों के लिए आवास, भोजन एवं आवश्यक राशन सामग्री की व्यवस्था की है। जिला प्रशासन की ओर से आमजन से अपील की गई है कि भारी बारिश के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतें तथा किसी भी आपात स्थिति में जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 07453-237081 पर संपर्क करें।
जिला कलक्टर एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अध्यक्ष रोहिताश्व सिंह तोमर ने मंगलवार को आदेश जारी कर जिले में संचालित राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों व मां-बाड़ी केन्द्रों का चार दिन 30 जुलाई से 2 अगस्त तक का अवकाश घोषित किया है। आदेश में कहा गया कि मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के आधार पर जिले में आगामी दिवसों में अतिवृष्टि का दौर जारी रहेगा। इस चेतावनी को दृष्टिगत रखते हुए भारी बारिश के प्रभाव से बचाव एवं विद्यार्थियों के जीवन को सुरक्षित रखने के लिए कक्षा 01-12 तक के समस्त राजकीय एवं राजकीय विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, मां-बाड़ी डे केयर केन्द्रों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए 30 जुलाई से 02 अगस्त शनिवार तक 4 दिवस का अवकाश घोषित किया गया है। आदेश केवल अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए ही लागू होगा। शेष सेवा अधिकारी कर्मचारी यथावत अपने कर्तव्य पर उपस्थित रहेंगे।
मुंडियर कस्बे के नजदीकी मामोनी गांव में लगातार हो रही बरसात के चलते तालाब पूरी तरह भर कर ओवरफ्लो हो गया है। इसके बाद पानी की आवक से मामोनी गांव की निचली बस्ती में पानी भर गया। प्रशासन को सूचना देने के बाद खांडासहरोल पंचायत प्रशासक धनराज मेहता ने हालत देख तुरंत जेसीबी मशीन मंगवा कर ओवरफ्लो हिस्से की खुदाई करते हुए सड़क के पाइपों को साफ कर पानी की निकासी करवाई।