बरेली में करीब डेढ़ साल तक जिलाधिकारी रहे रविंद्र कुमार अपने कार्यकाल में नवाचार, जनकल्याण और धार्मिक समरसता के लिए याद किए जाएंगे। 3 अक्टूबर 2023 को कार्यभार संभालने वाले रविंद्र कुमार ने शिक्षा, पशु संरक्षण, भू-माफियाओं पर कार्रवाई और जनसुनवाई को प्राथमिकता दी। अब उन्हें आजमगढ़ का नया जिलाधिकारी बनाया गया है, जबकि अंबेडकरनगर के डीएम अविनाश सिंह को बरेली की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Bareilly | बरेली में करीब डेढ़ साल तक जिलाधिकारी रहे रविंद्र कुमार अपने कार्यकाल में नवाचार, जनकल्याण और धार्मिक समरसता के लिए याद किए जाएंगे। 3 अक्टूबर 2023 को कार्यभार संभालने वाले रविंद्र कुमार ने शिक्षा, पशु संरक्षण, भू-माफियाओं पर कार्रवाई और जनसुनवाई को प्राथमिकता दी। अब उन्हें आजमगढ़ का नया जिलाधिकारी बनाया गया है, जबकि अंबेडकरनगर के डीएम अविनाश सिंह को बरेली की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रविंद्र कुमार का सबसे चर्चित ड्रीम प्रोजेक्ट रहा एस्ट्रोनॉमी लैब, जिसे उन्होंने बरेली के 15 सरकारी स्कूलों में स्थापित करवाया।
जवाहर नवोदय विद्यालय, रफियाबाद में अत्याधुनिक AI-बेस्ड एस्ट्रोनॉमी लैब स्थापित की गई, जो उत्तर प्रदेश के चुनिंदा जिलों में से एक है।
लैब में 99 प्रकार के खगोलीय उपकरण लगाए गए हैं, जिससे छात्र-छात्राएं ग्रहों और तारों की दुनिया को करीब से जान रहे हैं।
इस पहल ने सरकारी स्कूलों में विज्ञान शिक्षा को नई दिशा दी।
बरेली जिले में मनरेगा बजट के जरिए 100 से अधिक गोशालाओं का निर्माण करवाया गया।
निराश्रित गोवंशों के संरक्षण के लिए यह कार्य उत्तर प्रदेश में उदाहरण बना।
ग्रामीण क्षेत्रों में चारागाह की सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटवाकर पशुओं के लिए सुरक्षित आश्रय तैयार किए गए।
गरीबों तक राशन की पारदर्शी आपूर्ति के लिए 147 अन्नपूर्णा सेंटरों का निर्माण कराया गया।
यह सेंटर मनरेगा और ग्राम निधि से बनाए गए और प्रदेशभर के लिए मॉडल सेंटर साबित हुए।
रामगंगा नदी के चौयारी घाट पर भव्य महाआरती की परंपरा शुरू कराई गई, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिला।
धार्मिक स्थलों पर विवादों को समझौतों के जरिए टेबल बुक कर हल किया गया।
जनसुनवाई को प्राथमिकता दी गई और जनता से सीधा संवाद बनाए रखा गया।
2024 के लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने में रविंद्र कुमार की रणनीति अहम रही।