शुक्रवार को हुए बवाल के मामले में कार्रवाई की आंच अब मौलाना तौकीर रजा के करीबी फरहत अहमद तक पहुँच चुकी है। फाइक एन्क्लेव निवासी फरहत पर आरोप है कि उसने तौकीर को अपने घर में पनाह दी थी। इसके बाद से बीडीए ने उसके मकान को निशाने पर ले लिया है।
बरेली। शुक्रवार को हुए बवाल के मामले में कार्रवाई की आंच अब मौलाना तौकीर रजा के करीबी फरहत अहमद तक पहुँच चुकी है। फाइक एन्क्लेव निवासी फरहत पर आरोप है कि उसने तौकीर को अपने घर में पनाह दी थी। इसके बाद से बीडीए ने उसके मकान को निशाने पर ले लिया है। सोमवार को बीडीए की टीम ने फरहत के घर का सर्वे कर वीडियो बनाया, लेकिन पर्याप्त फोर्स न मिलने के चलते कार्रवाई टल गई। अब किसी भी दिन मकान की सीलिंग या ध्वस्तीकरण हो सकता है।
इसी बीच मंगलवार को फरहत की बेटी डीएम अविनाश सिंह से मिलने कलेक्ट्रेट पहुँची। वह रोते हुए बोली – "साहब, हमने कोई गुनाह नहीं किया, घर तोड़ने की सजा हमें क्यों दी जा रही है।" उसने गुहार लगाई कि उसके परिवार को बेघर न किया जाए।
बताते चलें कि फरहत अहमद और उसका बेटा फरमान पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं। पुलिस का कहना है कि बवाल के दिन दोनों ने न केवल मौलाना तौकीर रजा का साथ दिया, बल्कि कई लोगों को फोन कर मौके पर बुलाया। यही वजह है कि बीडीए अब फरहत के मकान पर बुलडोज़र चलाने की तैयारी में है।