थाना क्योलड़िया क्षेत्र में एक विवाहिता के साथ उसके ससुराल वालों ने अमानवीय अत्याचार किया।
बरेली। थाना क्योलड़िया क्षेत्र में एक विवाहिता के साथ उसके ससुराल वालों ने अमानवीय अत्याचार किया। पीड़िता मंजू ने अपने पति और ससुराल वालों पर दहेज की मांग पूरी न होने पर जान से मारने की धमकी, मारपीट और जबरन गर्भपात कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
पीलीभीत जिले के ग्राम फुलवईया की रहने वाली मंजू ने बताया कि 23 अप्रैल 2016 को उसकी शादी लीलाम्बर पुत्र कुम्भकरण निवासी गुलड्याई थाना क्योलड़िया से हुई थी। शादी के समय उसके पिता ने अपनी हैसियत के अनुसार दहेज दिया था, लेकिन ससुराल पक्ष संतुष्ट नहीं था। पति लीलाम्बर, ससुर कुम्भकरण, जेठ मुन्ना लाल, देवर लोकेश, जेठानी शशि देवी और देवरानी पल्लवी लगातार दो लाख रुपये की मांग कर रहे थे।
पीड़िता ने बताया कि 11 दिसंबर 2024 को सुबह 11 बजे के करीब, उसके पति लीलाम्बर ने शराब के लिए पैसे मांगे। मना करने पर सभी ससुराल वालों ने उसे घर में बंद कर डंडों और लात-घूसों से बेरहमी से पीटा, जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई और खून बहने लगा। जब पीड़िता ने अपने मायके वालों को फोन कर मदद मांगी, तो ससुराल वालों ने उनके साथ भी मारपीट की।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसका पति अब जबरन तलाक लेने का दबाव बना रहा है, जबकि वह अपने वैवाहिक जीवन को बचाना चाहती है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर लीजिए और मामले की जांच शुरू करती है। वहीं मंजू ने यह भी आरोप लगाया कि तीन महीने पहले, जब वह दो माह की गर्भवती थी, उसके पति और ससुराल वालों ने मिलकर उसे एक निजी अस्पताल में जबरन गर्भपात के लिए मजबूर किया। और जबरन उसका गर्भपात करा दिया।