शहर में दर्जनों मोटर ट्रेनिंग स्कूल अनफिट और खटारा कारों का इस्तेमाल कर लोगों को ड्राइविंग सिखा रहे हैं, जिससे लोगों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है।
बरेली: शहर में दर्जनों मोटर ट्रेनिंग स्कूल अनफिट और खटारा कारों का इस्तेमाल कर लोगों को ड्राइविंग सिखा रहे हैं, जिससे लोगों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। ये गाड़ियां सालों से मानकों को नजरअंदाज करते हुए चल रही थीं, लेकिन परिवहन विभाग की ओर से कार्रवाई में लापरवाही बरती जा रही थी। बुधवार को, परिवहन विभाग ने एक ऐसी ही कार को जब्त कर इसके मालिक पर 48 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
जांच में पाया गया कि जब्त कार का न तो बीमा था, न ही उसका परमिट वैध था। कार का अवैध रूप से ड्राइविंग ट्रेनिंग के लिए उपयोग किया जा रहा था। इसके अलावा, जिस चालक से ट्रेनिंग दी जा रही थी, उसका ड्राइविंग लाइसेंस भी संदिग्ध निकला। कार पर जिस ट्रेनिंग स्कूल का नाम लिखा था, उसका परिवहन विभाग में कोई पंजीकरण नहीं मिला।
परिवहन अधिकारी (पीटीओ) रमेश चंद्र प्रजापति ने बुधवार को शहर में चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान डीडीपुरम में एक कार को रोका गया, जिस पर ड्राइविंग स्कूल का नाम अंकित था। कार की जांच करने पर पता चला कि उसका परमिट, फिटनेस सर्टिफिकेट और बीमा खत्म हो चुका है। इस पर कार को जब्त कर लिया गया और मालिक पर 48 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।
यह ड्राइविंग ट्रेनिंग से संबंधित अनियमितताओं का दूसरा मामला है। इससे पहले मंगलवार को भी दो अन्य कारों के खिलाफ, जो अवैध रूप से ड्राइविंग स्कूल के नाम पर चल रही थीं, कार्रवाई की गई थी। इस घटना ने शहर में ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूलों में हो रही लापरवाहियों को उजागर कर दिया है। अधिकारियों ने ऐसे अनधिकृत वाहनों और प्रशिक्षकों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।