बरेली में हुए बवाल के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। सोमवार को बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा खान के खास और आईएमसी के पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम खान को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से पुलिसकर्मी से छीना गया वायरलेस हैंडसेट भी बरामद हुआ है। इसके साथ ही पुलिस ने कुल 29 दंगाइयों को सलाखों के पीछे भेज दिया है।
बरेली। बरेली में हुए बवाल के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। सोमवार को बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा खान के खास और आईएमसी के पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम खान को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से पुलिसकर्मी से छीना गया वायरलेस हैंडसेट भी बरामद हुआ है। इसके साथ ही पुलिस ने कुल 29 दंगाइयों को सलाखों के पीछे भेज दिया है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने प्रेसवार्ता में बताया कि नदीम खान बवाल का बड़ा साजिशकर्ता है। बवाल के दौरान उसने पुलिस का वायरलेस सेट छीना और उसे गोपनीय बातें सुनने के लिए इस्तेमाल किया। इसी दौरान आरोपी जफरूद्दीन भी पकड़ा गया, जिसके पास से अवैध हथियार मिला।
जांच में सामने आया कि आरोपियों को व्हाट्सएप मैसेज के जरिए जगह-जगह इकट्ठा किया गया। नदीम खान ने माना कि एक अपील लेटरहेड पर उसके, डॉ. नफीस और लियाकत के हस्ताक्षर वाली अपील चलाई गई थी। हालांकि उसने मुकरते हुए कहा कि हस्ताक्षर उसके नहीं थे। एसएसपी का कहना है कि नदीम का मकसद पुलिस और जनता दोनों को गुमराह करना था।
पुलिस अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और बाकी की तलाश जारी है। लियाकत को पकड़ने के लिए टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। पुलिस लाइन में जब आरोपियों को मीडिया के सामने लाया गया तो सभी आरोपी, जिसमें नदीम भी शामिल था, हाथ जोड़कर माफी मांगते और गिड़गिड़ाते नजर आए। एसएसपी अनुराग आर्य का कहना है कि बरेली में बवाल कराने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।