जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने अफसरों की ढीली कार्यप्रणाली पर कड़ा रुख अपनाया है। आईजीआरएस पोर्टल और हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने और शिकायतकर्ताओं को संतोषजनक जवाब न मिलने पर डीएम ने 29 अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है।
बरेली। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने अफसरों की ढीली कार्यप्रणाली पर कड़ा रुख अपनाया है। आईजीआरएस पोर्टल और हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने और शिकायतकर्ताओं को संतोषजनक जवाब न मिलने पर डीएम ने 29 अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है।
सूत्रों के मुताबिक, कई शिकायतों में अधिकारी बिना शिकायतकर्ता को सुने ही फाइल बंद कर रहे थे। इसके चलते शासन को असंतुष्ट फीडबैक मिल रहा था। इस पर नाराज डीएम ने साफ कहा कि निर्धारित समय सीमा में ठोस और संतोषजनक स्पष्टीकरण दें, वरना विभागीय कार्रवाई तय है।
स्पष्टीकरण जिन अधिकारियों से मांगा गया है, उनमें चकबंदी अधिकारी बहेड़ी, फरीदपुर, मीरगंज, वाणिज्य कर विभाग के उपायुक्त, विद्युत विभाग के दो अधिशासी अभियंता, प्रभारी चिकित्साधिकारी व अधीक्षक मीरगंज, प्रभागीय वनाधिकारी, प्राचार्य डायट, अभिहीत अधिकारी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, सब रजिस्टार नवाबगंज, खंड विकास अधिकारी (नवाबगंज, रामनगर, मीरगंज), परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, जल निगम के अधिशासी अभियंता, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल, एसडीएम मीरगंज, तहसीलदार नवाबगंज और आंवला, पूर्ति निरीक्षक मीरगंज, जिला प्रोबेशन अधिकारी, नगर पालिका फतेहगंज पश्चिमी के ईओ, उद्योग विभाग के जीएम, खंड शिक्षा अधिकारी भुता और पशु चिकित्साधिकारी भदपुरा समेत कई अफसर शामिल हैं।
डीएम ने स्पष्ट किया कि सभी संबंधित अधिकारी तय समय सीमा में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें। यदि जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो इसे उत्तरदायित्व की अवहेलना मानते हुए नियमित विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि भविष्य में यदि इस तरह की लापरवाही दोबारा सामने आई तो दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।