शाही क्षेत्र में आठ सितंबर को खाई में पिकअप के अंदर मिला ड्राइवर हरपाल का शव किसी हादसे का नहीं बल्कि एक सुनियोजित हत्या का हिस्सा था। इस सनसनीखेज वारदात में अब दो और गिरफ्तारियां हुई हैं। शनिवार को पुलिस ने राहुल पुत्र नारायण और धमेंद्र पुत्र वेदराम को दबोचकर जेल भेज दिया।
बरेली। शाही क्षेत्र में आठ सितंबर को खाई में पिकअप के अंदर मिला ड्राइवर हरपाल का शव किसी हादसे का नहीं बल्कि एक सुनियोजित हत्या का हिस्सा था। इस सनसनीखेज वारदात में अब दो और गिरफ्तारियां हुई हैं। शनिवार को पुलिस ने राहुल पुत्र नारायण और धमेंद्र पुत्र वेदराम को दबोचकर जेल भेज दिया। इससे पहले शुक्रवार को मुख्य आरोपी पत्नी ममता, उसका प्रेमी कैलाश और रिश्तेदार राहुल को जेल भेजा जा चुका है।
सीओ मीरगंज अजय कुमार ने बताया कि पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि ममता ने अपने प्रेमी कैलाश और रिश्तेदारों के साथ मिलकर पति की हत्या की थी। घटना से आठ दिन पहले हरपाल ने पत्नी को प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया था। इसके बाद घर में जमकर झगड़ा हुआ और ममता को डर था कि राज खुलने पर बदनामी होगी। इसी डर में उसने प्रेमी कैलाश और उसके साथियों के साथ मिलकर हरपाल को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।
आठ सितंबर की रात राहुल ने हरपाल को गाड़ी बुकिंग के बहाने बुलाया। रास्ते में कैलाश और उसके साथियों ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को पिकअप में बैठाकर खाई में धकेल दिया, ताकि मामला हादसे जैसा लगे। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने पूरी कहानी पलट दी — शरीर पर कोई गंभीर चोट नहीं, मौत का कारण दम घुटना निकला।
मां पूनम देवी की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। अब तक कुल पांच आरोपी जेल पहुंच चुके हैं। सीओ अजय कुमार ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में टीमें दबिश दे रही हैं। गांव में एहतियातन पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।