दीपावली को लेकर बाजार में रौनक है, लेकिन इसी रौनक के बीच मिलावटखोरों ने मीठे त्योहार की मिठास में ज़हर घोल दिया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने छापेमारी कर कुल 6 क्विंटल मिलावटी मिठाई और 4.8 क्विंटल पनीर नष्ट कराया।
बरेली। दीपावली को लेकर बाजार में रौनक है, लेकिन इसी रौनक के बीच मिलावटखोरों ने मीठे त्योहार की मिठास में ज़हर घोल दिया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने छापेमारी कर कुल 6 क्विंटल मिलावटी मिठाई और 4.8 क्विंटल पनीर नष्ट कराया। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय गोयल के नेतृत्व में चलाए गए अभियान के दौरान अलग-अलग दुकानों से 26 नमूने भी जांच के लिए जब्त किए गए। टीम को अधिकतर मिठाइयों में रिफाइंड ऑयल, कलर और पाउडर खोया की मिलावट मिली।
बहेड़ी कस्बे में कई डेयरियों और मिठाई दुकानों पर अचानक कार्रवाई की गई। जांच टीम ने देखा कि पनीर में दवाई जैसी गंध और चिपचिपाहट थी, जो खराब दूध और केमिकलसे बने होने की आशंका को दर्शाती है। तुरंत कार्रवाई करते हुए 480 किलो पनीर मौके पर ही नष्ट कराया गया।
ग्राम मवई काजियान स्थित विजय स्वीट्स में रखी गई बर्फी को जब कर्मचारियों ने जांचा तो उसमें पनीर पाउडर और सस्ता रिफाइंड तेल मिलने की आशंका जताई गई। 45 किलो बर्फी को फावड़े से उठाकर ट्रॉली में भरकर नष्ट किया गया। दुकानदार को नोटिस जारी किया गया।
रिछा के सलमान ऑयल स्टोर से 60 लीटर संदिग्ध सरसों तेल सीज किया गया। तेल में तेज़ रासायनिक गंध थी। इसके अलावा पीली और हरी बूंदी, मक्का पोहा और मूंगफली के ढेरों पर भी संदेह जताया गया और कुल 440 किलो सामग्री जब्त कर नष्ट कराई गई।
झांसी प्रयोगशाला को कुल 26 नमूने भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आने के बाद मिलावटखोर दुकानदारों पर मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। सहायक आयुक्त अपूर्व श्रीवास्तव ने साफ कहा कि त्योहार हो या नहीं, मिलावट पर जीरो टॉलरेंस रहेगा।
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि सिंथेटिक रंग और सड़े तेल से बनी मिठाई किडनी और लीवर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। बच्चों और बुजुर्गों में फूड पॉइज़निंग और आंतों के इंफेक्शन के मामले त्योहारों में कई गुना बढ़ जाते हैं।