नगर पालिका ईओ के सरकारी आवास पर संचालित समाजवादी पार्टी का जिला कार्यालय खाली कराने को लेकर मंगलवार को पूरे दिन जमकर गहमागहमी रही। तीन दिन पहले नगरपालिका की ओर से कार्यालय को 10 जून तक खाली करने का नोटिस चस्पा किया गया था।
पीलीभीत। नगर पालिका ईओ के सरकारी आवास पर संचालित समाजवादी पार्टी का जिला कार्यालय खाली कराने को लेकर मंगलवार को पूरे दिन जमकर गहमागहमी रही। तीन दिन पहले नगरपालिका की ओर से कार्यालय को 10 जून तक खाली करने का नोटिस चस्पा किया गया था।
मंगलवार सुबह से ही शहर के नकटादाना चौराहे पर स्थित सपा कार्यालय के बाहर हलचल तेज हो गई। जैसे ही प्रशासनिक अमला पुलिस और पीएसी बल के साथ मौके पर पहुंचा, सपा नेता और कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में कार्यालय पर जुट गए। दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस और नोकझोंक भी हुई।
सिटी मजिस्ट्रेट विजयवर्धन तोमर, एसडीएम सदर आशुतोष गुप्ता और नगर पालिका ईओ की अगुवाई में प्रशासनिक टीम ने तीन घंटे तक सपा कार्यालय को खाली कराने की कोशिश की। इस दौरान माहौल कई बार तनावपूर्ण होता गया। प्रशासन ने माइक से अनाउंसमेंट कर ईओ आवास खाली करने की चेतावनी दी, लेकिन सपा नेताओं ने छह दिन का समय मांगा। आखिरकार जिलाध्यक्ष जगदीश 'जग्गा' के अनुरोध पर प्रशासन ने मोहलत दे दी।
स्थिति कई बार तनावपूर्ण हुई, हालांकि पुलिस और पीएसी ने मोर्चा संभाले रखा और किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोका। प्रशासन ने साफ किया है कि तय अवधि पूरी होते ही कार्रवाई दोबारा की जाएगी। प्रशासन की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि तय अवधि के बाद सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। अब निगाहें छह दिन बाद की संभावित कार्रवाई पर टिकी हैं।