थाना देवरनियां में तैनात दरोगा सतीश कुमार को एसएसपी अनुराग आर्य ने निलंबित कर दिया है। आरोप है कि दरोगा ने पीड़ित से रिश्वत ली थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
बरेली। थाना देवरनियां में तैनात दरोगा सतीश कुमार को एसएसपी अनुराग आर्य ने निलंबित कर दिया है। आरोप है कि दरोगा ने पीड़ित से रिश्वत ली थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
गांव कठर्रा के रहने वाले पीतम सिंह ने बताया कि उनका बरेली-नैनीताल हाईवे किनारे विशाल मेडिकल स्टोर है। उनका आरोप है कि मयंक वर्मा और उसका भाई शशांक वर्मा पिछले दो साल से उनसे रंगदारी वसूल रहे थे। 19 अगस्त की सुबह दोनों भाई अपने 10-12 साथियों के साथ दो कारों में मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। उन्होंने पहले पड़ोस की कन्फेक्शनरी दुकान में आग लगाई, फिर मेडिकल स्टोर पर हमला कर करीब 50 हजार रुपये का नुकसान किया और बैग में रखे 5500 रुपये भी ले गए।
हमले में पीतम सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए और कान में चोट लगने से उनकी सुनने की क्षमता प्रभावित हुई। इस मामले में मेडिकल संचालक और कन्फेक्शनरी स्वामी ने अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए थे, जिनमें मयंक वर्मा, शशांक वर्मा समेत अन्य लोग आरोपी हैं।
पीड़ित का आरोप है कि दरोगा सतीश कुमार ने आरोपियों से मिलीभगत कर मामले को कमजोर करने की कोशिश की और खुद उनसे रिश्वत ली। मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसएसपी ने दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। आरोपी दरोगा अब थाने से लापता है। पीड़ित ने कहा कि आरोपी लगातार उन्हें धमका रहे हैं और कभी भी जानलेवा हमला कर सकते हैं। उन्होंने एडीजी जोन रमित शर्मा से आरोपियों की गिरफ्तारी कराने की गुहार लगाई है।