शहर कोतवाली के पथिक चौक से चार युवकों ने फर्नीचर व्यापारी तुषार गुप्ता का अपहरण कर लिया। घटना की जानकारी मिलते ही तुषार के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
बदायूं। शहर कोतवाली के पथिक चौक से चार युवकों ने फर्नीचर व्यापारी तुषार गुप्ता का अपहरण कर लिया। घटना की जानकारी मिलते ही तुषार के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। प्रारंभिक जांच के दौरान खुलासा हुआ कि बरेली के सुभाषनगर थाना क्षेत्र में स्थित करगैना इलाके के पीछे बदायूं के एक सिपाही के फार्महाउस से व्यापारी को छुड़ाया गया। तुषार के भाई सागर गुप्ता ने बताया कि तुषार को उनके घर के पास से कुछ अज्ञात लोग जबरन कार में डालकर ले गए थे। इसके बाद परिवार ने स्थानीय पुलिस से मदद मांगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत छानबीन शुरू की। देर शाम सूचना मिली कि बरेली की सुभाष नगर पुलिस ने करगैना के पास एक फार्महाउस से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिसमें तुषार भी शामिल है।
परिवार के अनुसार, अपहरणकर्ताओं ने तुषार को फार्महाउस में बंधक बनाकर पैसों की मांग की थी। यह मामला एक साइबर फ्रॉड से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसमें तुषार के खाते में संदिग्ध लेन-देन हुआ था। तुषार के भाई ने आरोप लगाया कि अपहरण के पीछे सिपाही की मिलीभगत हो सकती है, लेकिन पुलिस ने अब तक सिपाही पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
बरेली के सुभाष नगर थाने के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह ने पुष्टि की कि दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। बदायूं पुलिस अब सिपाही की भूमिका की जांच करेगी। बदायूं के एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने कहा, "अगर सिपाही की संलिप्तता पाई जाती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।" फिलहाल, बरेली पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और बदायूं पुलिस सिपाही की भूमिका पर नजर रखे हुए है।