भारतीय रिजर्व बैंक ने नकली नोटों की रोकथाम के लिए सभी सरकारी-निजी बैंकों को आईएसओ मानक नोट काउंटिंग मशीन लगाने के निर्देश दिए हैं। बाड़मेर-बालोतरा की 35 शाखाओं में जल्द ये मशीनें लगेंगी, जिससे फेक नोट की तुरंत पहचान हो सकेगी।
बालोतरा: देश-प्रदेश में नकली नोटों के बढ़ते प्रचलन और इससे बैंकों, उपभोक्ताओं को होने वाले नुकसान पर भारतीय रिर्जव बैंक ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इसमें भारतीय रिजर्व बैंक ने सरकारी, निजी बैंकों को आईएसओ प्रमाणित नोट काउंटिंग मशीन लगाने के निर्देश दिए हैं।
इससे नोटों की गिनती के दौरान शीघ्र नकली नोट की पहचान हो सकेगी। इस संबंध में तुरंत उचित कार्रवाई की जा सकेगी। इन निर्देशों की पालना में राज्य के सहकारी बैंकों में शीघ्र ही आईएसओ प्रमाणित नोट काउंटिंग मशीनें लगेंगी।
बाड़मेर-बालोतरा में दी बाड़मेर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक की संचालित 35 बैंक शाखाओं में शीघ्र ही ये मशीनें लगेंगी। बैंकों में हर दिन लाखों रुपयों का लेन-देन होता है। छोटे-बड़े व्यापारी तो लोगों के बड़े लेन-देन के दौरान जल्दबाजी में न तो कई बार बैंक कर्मी नकली नोट की पहचान कर पाते हैं और न ही नोट काउंटिंग की लगी सामान्य मशीनें। देरी से नकली नोट मिलने की जानकारी पर बैंक और उपभोक्ताओं को जहां परेशानियां होती है, वहीं नुकसान भी।
देश-प्रदेश में संचालित सरकारी, निजी बैंकों में प्राय: दैनिक कामकाज में नकली नोट प्रचलन में आने के समाचार मिलते हैं। इस पर इससे होने वाली परेशानियों, नुकसान को लेकर भारतीय रिर्जव बैंक ने अब महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सभी बैंकों को आईएसओ मानक नोट काउंटिंग मशीन लगाने के निर्देश दिए हैं।
-इस प्रकार की मशीन की सटीकता बहुत ज्यादा होती है। गिनती में त्रुटि की संभावना न के बराबर होती है। फेक नोट डिटेक्शन तकनीकी पर पराबैंगनी, चुंबकीय, इन्फ्रारेड, इमेज सेंसर से नकली नोटों की पहचान तुंरत होती है।
-लंबे समय तक बिना गड़बड़ी काम करने के साथ सामान्य मशीनों की तुलना में बहुत तेज़ काम करती है। मिनटों में हज़ारों नोट गिनती है।
-इन मशीनों में कई मुद्रा नोट पहचानने और गिनने की सुविधा होती है। वहीं, यह डबल नोट, हाफ नोट, फटे नोट की पहचान करती है।
-आईएसओ प्रमाणन यह गारंटी देता है कि मशीन सुरक्षा, विश्वसनीयता गुणवत्ता के वैश्विक मानकों पर खरी उतरती है।
जिला बाड़मेर-बालोतरा में दी बाड़मेर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक की 35 शाखाएं हैं। बाड़मेर, बालोतरा जिले के बड़े कस्बों, गांवों में संचालित बैंकों से अधिकांश ग्रामीण, किसान और छोटे कारोबारी जुड़े हुए हैं। हर दिन बड़ा लेन-देन होता है। भारतीय रिर्जव बैंक के निर्देश पर आगामी कुछ समय में इनमें आईएसओ मानक नोट काउंटिंग मशीन लगाई जाएगी। इससे बैंक कर्मियों के अलावा उपभोक्ताओं को अच्छी सुविधा मिलेगी।
आरबीआई ने नकली नोटों की पहचान, इनकी रोकथाम के लिए बैंकों में आईएसओ मानक नोट काउंटिंग मशीनें लगाने के निर्देश दिए हैं। पूर्व में कई बैंकों में लगी हैं। अब बाड़मेर, बालोतरा जिले की सभी बैंकों में आगामी दिनों में शीघ्र मशीनें लगाएंगे।
-वासुदेव पालीवाल, मुख्य प्रबंधक दी बाड़मेर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक