बाड़मेर जिले के चौहटन थाने में भूखंड विवाद के दौरान पुलिस और परिवार के बीच झड़प का आरोप लगा। पीड़ित परिवार ने जिला कलक्टर टीना डाबी को ज्ञापन सौंपा। थानाधिकारी राजूराम बामणिया ने आरोपों को निराधार बताया और बताया कि विवाद लंबित है।
बाड़मेर: चौहटन थाने में फरियाद लेकर पहुंचे एक परिवार पर चौहटन थानाधिकारी राजूराम बामणिया समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर मारपीट और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगा है। घटनाक्रम को लेकर जैन समाज सहित अनके लोगों ने शहर में शांतिपूर्ण मौन पैदल मार्च निकालकर जिला कलेक्टर टीना डाबी को ज्ञापन सौंपकर पीड़ा बताई।
पीड़ित महिला कलक्टर को अपनी पीड़ा सुनाते हुए रो पड़ी। हालांकि, पीड़ित परिवार पुलिस महानिरीक्षक से मिलकर पीड़ा सुनाना चाहता था। उनका ज्ञापन डीपीजी तक पहुंचा दिया गया, लेकिन मिलने नहीं दिया गया। इधर, चौहटन थानाधिकारी का कहना है कि दो पक्षों के बीच तीन-चार महीने से भूखंड को लेकर विवाद चल रहा है। इसको लेकर थाने में मुकदमे भी दर्ज हैं, जो आरोप लगाए गए हैं, वह निराधार हैं।
जानकारी के अनुसार, 12 सितंबर को पीड़ित युवक परिवार के साथ चौहटन थाना गया। ज्ञापन में बताया कि पड़ोसी मकान पर अवैध अतिक्रमण कर रहा था, लेकिन चौहटन थानाधिकारी ने सुनवाई करने के बजाय परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट कर अभद्र व्यवहार किया गया। साथ ही बेटी व पत्नी के साथ अभ्रदता की गई। पीड़ित ने पत्नी, बेटे और बेटी पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
जैन समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर को पूरा घटनाक्रम बताया। जहां पीड़ित की बेटी के आंखों में आंसू आ गए। इसके बाद समाज के लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। यहां लोगों ने डीजीपी से मिलने की गुहार लगाई। लेकिन उनका ज्ञापन डीजीपी तक पहुंचाया गया, लेकिन मिलने नहीं दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाए भी मौजूद रहीं। ज्ञापन में मांग की है कि परिवार को पुलिस से सुरक्षा प्रदान की जाए। इसके अलावा परिवार का मेडिकल करवा दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
इस मामले में दो पक्ष हैं, इनके बीच काफी समय से भूखंड को लेकर विवाद चल रहा है। जो आरोप लगा रहे हैं, उनके खिलाफ थाने में प्रकरण भी दर्ज है। उसी दिन भी दो पक्षों के बीच विवाद हुआ तो थाने आए। दोनों से समझाइश कर रिपोर्ट मांगी गई थी। लेकिन थाने में दोनों उलझ रहे थे। साथ ही आत्महत्या की धमकी दी, ऐसी स्थिति में पाबंद किया गया। घटनाक्रम का वीडियो भी है, कोई मारपीट नहीं की गई।
-राजूराम बामणिया, थानाधिकारी, चौहटन