बाड़मेर

राजस्थान की ये बॉर्डर बनी तस्करों का अड्डा, पहले तैयार किए नशेड़ी फिर शुरू किया नशे का कारोबार

Barmer News: बाड़मेर शहर में तस्करों का बड़ा नेटवर्क है। पुलिस ने दो सालों तीन-चार मामलों में यहां कई बाहरी इलाकों से हथियार सहित तस्करों को पकड़ा है। इसमें आमने-सामने फायरिंग की घटनाएं हुई हैं। अभी भी डोडा-अफीम-शराब औैर ड्रग्स तस्करों ंकी गैंग बाड़मेर शहर व आसपास के इलाकों से संचालित हो रही है।

2 min read
Sep 12, 2024

पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा को लेकर लापरवाही, तस्करी का नेटवर्क और अवांछित गतिविधियां बढऩे को लेकर एक और पोल सामने आई हैै। बॉर्डर पर मिले एमडी ड्रग्स की फेक्ट्री ने सवाल खड़ा कर दिया हैै कि वीराने में अवांछित तत्व पहुंचकर नेटवर्क बढ़ा रहे हैे और सुरक्षा एजेंसियों को खबर तक नहीं हो रही। मुंबई से जुड़े ड्रग्स के तार को लेकर एक साल तक कानों-कान खबर नहीं लग पाई है। प्रतिबंधित क्षेत्र में तस्करी,नशा और अवैध आवागमन रोकने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।

जानकारी अनुसार जिस खेत में यह फेक्ट्री मिली है, उस खेत में चल रहे अवैध कारोबार को लेकर कानोंकान खबर नहीं मिल पाई। मुबई तक यहां से एमडी ड्रग्स पहुंचने के बाद गिरफ्तारी हुई तो निशानदेही पर बाड़मेर में कार्रवाई की गई। पुलिस को इसकी खबर नहीं मिली। स्मैक और एमडी का कारोबार पिछले पांच साल से बाड़मेर और बालोतरा के गांव-गांव में फैलने लगा है। इसकी शिकायतें लगातार हो रही है। तस्करों ने यहां पहले नशेड़ी तैयार कर लिए और अब नशे का कारोबार।

सेंध को लेकर सुलगते सवाल…

तस्करों का अड्डा बन रहा बाड़मेर शहर

बाड़मेर शहर में तस्करों का बड़ा नेटवर्क है। पुलिस ने दो सालों तीन-चार मामलों में यहां कई बाहरी इलाकों से हथियार सहित तस्करों को पकड़ा है। इसमें आमने-सामने फायरिंग की घटनाएं हुई हैं। अभी भी डोडा-अफीम-शराब औैर ड्रग्स तस्करों ंकी गैंग बाड़मेर शहर व आसपास के इलाकों से संचालित हो रही है।

सुरक्षा पर सवाल

अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ा बाड़मेर जिला सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यहां सुरक्षा को लेकर कड़े व सत प्रबंध होने चाहिए, लेकिन राज्य सरकार की ओर से तमाम सुविधाएं मुहैया करवाने के बावजूद जिमेदार महकमे सुरक्षा इंतजामों को पुता नहीं कर पा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियां अब हरकत में आई है। इधर, पुलिस ने रामसर थाना के हैड कांस्टेबल व दो कांस्टेबल को निलंबित कर जांच प्रारंभ की है। जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बाड़मेर पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर चिंता जाहिर की।

महाराष्ट्र- बाड़मेर- पंजाब तक

एमडी औैर स्मैक के इस कारोबार की जड़े महाराष्ट्र, गुजरात होते हुए बाड़मेर और बाड़मेर का नेटवर्क आगे पंजाब तक फैल रहा है। पंजाब के कुख्यात बदमाश भी बाड़मेर में डेरा डाले हुए रहे। फायरिंग के एक मामले में बीते साल पंजाब के कुख्यात बदमाश की पूरी गैंग के एक साल तक बाड़मेर में रहने का खुलासा भी किया गया था। अभी भी पंजाब के बदमाशों के बाड़मेर शहर में होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

Updated on:
12 Sept 2024 12:58 pm
Published on:
12 Sept 2024 12:55 pm
Also Read
View All

अगली खबर