कोटपूतली से बड़ौदामेव तक 86 किमी सुपर एक्सप्रेस-वे का काम शुरू, 86 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे, 2026 तक पूरा होगा काम, औद्योगिक व आर्थिक गतिविधियों को मिलेगी गति
जयपुर-दिल्ली राजमार्ग पर पनियाला से बड़ौदामेव तक बनने वाले 86 किलोमीटर लंबे सुपर एक्सप्रेस हाइवे का निर्माण कार्य आखिर शुरू हो गया। भूमि अवाप्ति में मुआवजे के विवाद के कारण अटकी यह परियोजना अब तेजी से आगे बढ़ रही है। इस हाइवे के पूरा होने से न केवल कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल- तिजारा और अलवर जिले की कनेक्टिविटी मजबूत होगी, बल्कि यह हाइवे तीन जिलों की लाइफ लाइन साबित होगा।
इसके निर्माण से क्षेत्र में औद्योगिक व आर्थिक गतिविधियों को भी बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। यह हाइवे सीधे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाइवे से जुड़ेगा। पनियाला में इसका जंक्शन अम्बाला ग्रीनफील्ड हाइवे और जयपुर-दिल्ली राजमार्ग से भी जुड़ेगा, जिससे यह क्षेत्र मल्टी-लेन जंक्शन का हब बन जाएगा। इस हाइवे को दो चरणों में बनाया जा रहा है। पहले चरण में 40 किमी और दूसरे में 46 किमी का निर्माण कार्य शामिल है। एनएचएआई के ठेकेदार ने पहले चरण का कार्य प्रारंभ कर दिया है। परियोजना को 16 सितम्बर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
1748 हैक्टेयर भूमि अधिग्रहित
परियोजना के उप प्रबंधक बिशन शर्मा के अनुसार इस हाइवे के लिए कुल 1748 हैक्टेयर भूमि अधिग्रहित की गई है। इसमें 100 मीटर चौड़ाई में भूमि ली गई है, जिसमें 60 मीटर पर सड़क निर्माण और शेष 40 मीटर पर हरियाली विकसित की जाएगी। यह मार्ग छह लेन का होगा और 55 गांवों के लोग इससे लाभान्वित होंगे।
डेढ़ घंटे की दूरी 45 मिनट में होगी तय
इसके निर्माण से यात्रा समय में कमी आएगी। अभी कोटपूतली से अलवर की दूरी तय करने में डेढ़ घंटे तक लग जाता है, जबकि हाइवे बनने के बाद यह दूरी मात्र 45 मिनट में तय हो सकेगी। इसके अतिरिक्त, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश से मुंबई-गुजरात जाने वाले वाहनों को दिल्ली होकर जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
वे सीधे पनियाला-बडोदामेव मार्ग से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर पहुंच सकेंगे। इससे यात्रा समय और ईंधन दोनों की बचत होगी। पनियाला, खैरथल और अलवर के समीप तीन इण्टरचेंज के अलावा, 46 व्हीकल अंडरपास (वीयूपी), 2 फ्लाईओवर निर्मित होंगे।
55 गांव होंगे शामिल
सुपर एक्सप्रेस हाइवे में तीन जिलों के 55 गांव शामिल होंगे। इनमें कोटपूतली के 2, बानसूर के 15, मुण्डवार के 9, किशनगढ़ के 2, अलवर के 16, रामगढ़ के 9, लक्ष्मणगढ़ के 2 गांव शामिल हैं। नए हाइवे के निर्माण से कोटपूतली-बहरोड़ व आसपास के क्षेत्रों की औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होेगी। दिल्ली और एनसीआर की सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा। हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सुलभ होंगे। सड़क के दोनों ओर उद्योगों और सर्विस सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा।
मल्टी लेन जंक्शन हब बनेगा
पनियाला से यह हाइवे बडौदामेव में दिल्ली-मुम्बई सुपर हाइवे से जुड़ेगा। पनियाला में इसकी कनेक्टिविटि अम्बाला ग्रीनफीलड हाइवे के अलावा जयपुर-दिल्ली राजमार्ग से होगी। आने वाले समय में नीमकाथाना बायपास से भी जुडेगा। इसके चलते पनियाला में कई लेन का जंक्शन बनेगा।