बस्ती में एसआईआर प्रगति की जांच पर निकले एडीएम-एसडीएम को कई केंद्रों पर चौंकाने वाली लापरवाही मिली। डारीडीहा से भद्रेश्वरनाथ तक बीएलओ गंभीर चूक में पकड़े गए। अब सवाल है-आखिर इतनी धीमी तैयारी के पीछे वजह क्या है?
बस्ती में एसआईआर अपडेट की हकीकत परखने निकले एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान और एसडीएम सदर शत्रुघ्न पाठक को कई मतदान केंद्रों पर गंभीर लापरवाही मिली। डारीडीहा में बीएलओ एक भी पूरा एसआईआर फार्म नहीं दिखा सके, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया और अधिकारियों को सख्त रुख अपनाना पड़ा।
बस्ती जिले में मतदान-पूर्व व्यवस्थाओं की तैयारी की जमीनी रिपोर्ट जानने के उद्देश्य से बुधवार को एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान और एसडीएम सदर शत्रुघ्न पाठक फील्ड पर निकले। दोनों अधिकारी सबसे पहले डारीडीहा स्थित मतदेय स्थल पहुंचे। जहां एसआईआर फार्मों की प्रगति की समीक्षा की गई। जांच के दौरान पता चला कि बीएलओ पद पर तैनात विकास विभाग के कर्मचारी एक भी पूरा एसआईआर फार्म उपलब्ध नहीं करा पाए। यह देखकर एसडीएम का धैर्य टूट गया। उन्होंने मौके पर ही संबंधित कर्मचारी को कड़ी फटकार लगाई।
एसडीएम ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकारी वेतन लेने के बावजूद जिम्मेदारी को गंभीरता से नहीं निभाया जा रहा है। उन्होंने बीएलओ के साथ-साथ विकास विभाग के बाबू और संबंधित बीडीओ के खिलाफ तहरीर देने का निर्देश भी जारी कर दिया। इस दौरान बीएलओ ने माफी मांगते हुए चूक सुधारने का आश्वासन दिया। जिसके बाद अधिकारियों का रुख थोड़ा नरम पड़ गया। हालांकि दोनों ने स्पष्ट कहा कि आगे किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण का अगला पड़ाव भद्रेश्वरनाथ मतदान केंद्र रहा। जहां एसआईआर फार्म भरने में अपेक्षित प्रगति नहीं मिली। यहां भी एडीएम और एसडीएम ने उपस्थित बीएलओ को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। एडीएम ने साफ कहा कि यदि फार्म भरवाने की गति नहीं सुधरी, तो प्रशासनिक कार्रवाई तय मानी जाए।
इसके बाद दोनों अधिकारी बरसांव मतदेय स्थल पहुंचे। यहां व्यवस्थाएं अपेक्षाकृत बेहतर मिलीं और एसआईआर कार्य में भी संतोषजनक प्रगति देखी गई। अधिकारियों ने इसे अन्य केंद्रों के लिए उदाहरण बताते हुए शेष बीएलओ को जिम्मेदारी के साथ काम पूरा करने के निर्देश दिए।
यह निरीक्षण अभियान जिले के उन मतदान केंद्रों की वास्तविक स्थिति उजागर कर गया। जहां कागजी प्रगति और जमीनी तैयारी में बड़ा अंतर देखने को मिला।