ohe cable falls on railway track: बैतूल के कोसमी में 33 केवी लाइन गिरने से रेलवे ट्रैक ठप हो गया। वहीँ, लगातार हो रही बारिश के कारण सतपुड़ा और माचना डैम के गेट खोले गए। (mp heavy rain)
mp heavy rain: बैतूल में बारिश के कारण माचना में बाढ़ की वजह से चिचोली से पाढर मार्ग बंद रहा। वहीं केरपानी घाट में पेड़ गिरने से पांच घंटे ट्रैफिक जाम लगा। बारिश से भड़ंगा नदी में ऊफान आने पर सतपुड़ा जलाशय के 7 गेट खोलने पड़े। वहीं, रविवार को कोसमी इलाके में देर रात 3 बजे 33 केवी की बिजली लाइन रेलवे की ओएचई केबल पर गिर गई। इसके कारण कई ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो गई। बैतूल जिले में कई जगह जलभराव की स्थिति दिखी और सतपुड़ा डैम के सात गेट खोले गए। (ohe cable falls on railway track)
कोसमी इलाके में देर रात 3 बजे 33 केवी की बिजली लाइन रेलवे की ओएचई केबल पर गिर गई। इससे रेलवे के दोनों ट्रैक की ओएचई लाइन क्षतिग्रस्त हो गई और ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह थम गई। सूचना मिलते ही नागपुर रेल मंडल की टेक्निकल टीम मौके पर पहुंची और करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद ओएचई लाइन दुरुस्त कर ट्रैकों को चालू किया गया। घटना के चलते कई ट्रेनें प्रभावित हुईं, लेकिन अब यातायात व्यवस्था सामान्य हो चुकी है। (ohe cable falls on railway track)
लगातार हो रही बारिश से सतपुड़ा डैम के सात गेट करीब 6 फीट तक खोले गए थे। जिससे 3200 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा गया। बताया गया कि डैम के आसपास के क्षेत्र में 24 घंटों के दौरान 37 मिमी बारिश दर्ज की गई। डैम का वॉटर लेवल 1429.50 फीट के करीब है। डैम के गेट खोलने के कारण भड़ंगा नदी ऊफान पर आ गई। जिससे शाहपुर-चोपना मार्ग कई घंटों तक बाधित रहा।
इधर, माचना नदी में ऊफान आने से बैतूल के विवेकानंद वार्ड स्थित माचना डैम ओवर लो हो गया। हालांकि डैम के दो गेट खोल कर रखे गए हैं। डैम के निचले स्टाप डैम में पानी ओवर लो होते नजर आया।जिससे पीने के पानी का संकट जल्द ही खत्म होने की उमीद बढ़ गई है।
मुलताई नगर प्रतिवर्ष बारिश में सरोवर पूरा भरकर ओवरलो होता है जो नगर का वर्षा उत्सव कहलाता है। प्रतिवर्ष श्रद्धालु ओवरलो का बेसब्री से इंतजार करते हैं। विगत दो तीन दिन से लगातार बारिश के बाद ताप्ती सरोवर शनिवार दोपहर ओवरलो हो गया। जिससे सरोवर से होता हुआ पानी नीचे की ओर सीढ़ियों से गिरता हुआ आकर्षक नजर आ रहा है।
नगर में ताप्ती सरोवर ओवरलो होने की खबर लगते ही नगरवासी पूजन करने ताप्ती तट पर पहुंचे तथा पूजन कर ताप्ती जल का आचमन किया। ओवरलो के साथ ही मां ताप्ती के मंदिर में गर्भगृह में भी पानी पहुंच गया। जिससे श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। मां ताप्ती के दर्शन लोग मार्ग से ही कर रहे हैं। पुजारी द्वार पर बैठकर प्रसादी का वितरण किया जा रहा है।
बताया गया कि जिले की औसत वर्षा 1053.9 मि.मी. है तथा जिले में अभी तक 435.9 मि. मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है, 26 जुलाई को सुबह 3 बजे समाप्त 24 घंटों के दौरान 37.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है।