किसानों के लिए अच्छी खबर है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद को लेकर भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
अमित शर्मा/ डीग। किसानों के लिए अच्छी खबर है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद को लेकर भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। किसानों के लिए गेहूं की एमएसपी पर खरीद करने के लिए नए साल में एक जनवरी से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रारंभ होगा।
गेहूं की एमएसपी पर खरीद के लिए अलवर मंडल (अलवर, भरतपुर, डीग, धौलपुर, करौली, खैरथल-तिजारा जिले शामिल हैं) में 38 हजार से अधिक मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए मंडल क्षेत्र में कुल 28 खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं। राज्य स्तर पर इस बार 15 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जाएगी। इस प्रक्रिया की शुरुआत 10 मार्च से होगी और यह 30 जून तक चलेगी।
एफसीआई अलवर के प्रबंधक वाणिज्य रूप बसंत मीना ने बताया कि इस वर्ष केंद्र सरकार ने गेहूं की एमएसपी 2425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है। इसमें राज्य सरकार पिछले वर्ष की तरह 125 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस भी देगी। इस हिसाब से किसानों को प्रति क्विंटल 2550 रुपए की कीमत मिलेगी। एफसीआई अधिकारियों का दावा है कि किसानों को गेहूं की खरीद होने के 48 घंटे के अंदर सीधे उनके खातों में ऑनलाइन भुगतान कर दिया जाएगा।
राज्य में कुल गेहूं की खरीद:- 15 लाख मीट्रिक टन
खरीद केंद्रों की संख्या:- 259
अलवर मंडल में कुल गेहूं की खरीद:- 38100 मीट्रिक टन
खरीद केंद्रों की सख्यां:- 28
अलवर में अलवर, मालाखेडा, गोविन्दगढ़, बानसूर, बडौदामेव, खेरली, राजगढ़, रामगढ़, लक्ष्मणगढ़, रैणी।
भरतपुर में भरतपुर, रूपवास, भुसावर, वैर, नदबई।
डीग में डीग, जुरहरा, पहाड़ी, गोपालगढ़, सीकरी, कामां।
धौलपुर में बाड़ी, बसेडी।
करौली में बलुआपुरा, हिंडौनसिटी, टोडाभीम।
खैरथल-तिजारा में तिजारा, किशनगढ़वास
भारतीय खाद्य निगम मंडल अलवर के अधीनस्थ राजस्व जिलों अलवर, खेरथल-तिजारा, भरतपुर, डीग, धौलपुर, करौली में रबी विपणन वर्ष 2025-26 के तहत समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद का लक्ष्य 38100 मैट्रिक टन निर्धारित किया गया है। खरीद के लिए जिलों में कुल 28 खरीद केन्द्र खोले जाने प्रस्तावित हैं। पंजीकरण 1 जनवरी से प्रारम्भ हो जाएगा। गेहूं खरीद 10 मार्च से प्रारम्भ होकर 30 जून तक की जाएगी। भारतीय खाद्य निगम द्वारा उन्हें उनकी उपज का भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में गेहूं बेचान के 48 घंटों में नियमानुसार कर दिया जाएगा।
-रवींद्र जादम, मंडल प्रबंधक, भारतीय खाद्य निगम, अलवर