भरतपुर में गंभीर नदी में अपनी बकरियों को नहला रहे दादा और उसके दो पोते गहरे पानी में डूब गए। घटना में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई।
बयाना, भरतपुर। बयाना सदर थाना इलाके के गांव नगला बंडा में दिवाली के दिन दर्दनाक हादसा सामने आया है। गुरुवार सुबह करीब 11 बजे गांव से निकल रही गंभीर नदी में अपनी बकरियों को नहला रहे दादा और उसके दो पोते गहरे पानी में डूब गए। घटना का पता चलने पर मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। ग्रामीण अपने स्तर पर तीनों को नदी के अंदर ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन फिलहाल कोई सुराग नहीं लगा है। सूचना पर डिप्टी एसपी कृष्णराज, तहसीलदार विनोद मीणा, सदर थाना एसएचओ बलराम यादव सहित पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए हैं। एसडीआरएफ टीम को सर्च ऑपरेशन के लिए बुलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि बीते मानसून सीजन में बयाना इलाके में नदी, नालों, झरनों में डूबकर 17 लोग जान गंवा चुके हैं। मानसून सीजन में अच्छी बारिश के बाद करौली के पांचना बांध से इस बार गंभीर नदी में बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया था। यह पानी अभी भी नदी के पेटे में हो रहे गहरे गड्ढों में भरा हुआ है।
सदर थाना एसएचओ बलराम यादव ने बताया कि गांव नगला बंडा निवासी विश्रामसिंह (62) पुत्र बालमुकुंद गुर्जर अपने दो पोतों योगेश (15) और अंकित (10) पुत्र गजराज को लेकर गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे गांव के पास से गुजर रही गंभीर नदी में बकरियों को पानी पिलाने और नहलाने गया था। इसी दौरान अचानक उसके दोनों पोते नदी के गहरे पानी में चले गए। जिनको बचाने के प्रयास में विश्राम भी नदी के अंदर उतर गया। संभावना जताई जा रही है कि तीनों नदी के अंदर बने किसी गहरे गड्ढे में समा गए हैं। ग्रामीण तीनों की तलाश में जुटे हुए हैं।