भरतपुर

Bharatpur : परिंदों की चहचहाहट से गूंजा केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान, मनोरम दृश्य देख पर्यटक हुए दीवाने

Keoladeo National Bird Sanctuary : विश्व धरोहर केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में प्रवासी पक्षियों चहचहाहट बढ़ गई है। मनोरम दृश्य पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि पर्यटकों के लिए बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है। साथ ही पर्यटकों से प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की अपील की है।

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भरतपुर. केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में अठखेलियां करते परिंदे। फोटो पत्रिका

Keoladeo National Bird Sanctuary : विश्व धरोहर केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में प्रवासी पक्षियों चहचहाहट बढ़ गई है। घना में पक्षी पानी की सतह पर अपना भोजन ग्रहण करते नजर आ रहे हैं। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर दीपक मुदगल ने परिंदों की अठखेलियों को अपने कैमरे में कैद किया है। मुद्गल ने बताया कि अजान बांध के आसपास कुछ स्थानों पर जलभराव देखने को मिल रहा है, जिसमें विभिन्न मछलियां पक्षियों की आहार पूर्ति कर रही हैं। मानसून की अच्छी बारिश के कारण पार्क में जल स्तर पर्याप्त है, जो पक्षियों के लिए आदर्श आवास दे रहा है। देशी-विदेशी पक्षियों के लिए विख्यात इस उद्यान में ठंड से बचने के लिए दूरदराज से आने वाले पक्षी शरण ले रहे हैं।

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मौजूदा वक्त देखने को मिल रहा विहंगम दृश्य

अजान बांध से पानी की निकासी के बावजूद किनारों पर भरे जल में पक्षी आसानी से भोजन तलाश रहे हैं, जिससे विहंगम दृश्य देखने को मिल रहा है। इस वर्ष मानसून की अच्छी बारिश के कारण ग्रेट ईग्रेट, कॉर्मोरेंट, स्नेक बर्ड, पेंटेड स्टॉर्क, किंगफिशर, तीतर, ओपनबिल स्टॉर्क, स्पूनबिल, आइबिस, हेरॉन एवं बेडर्स जैसे पक्षी और राष्ट्रीय पक्षी मोर के नृत्य जैसे मनोरम दृश्य पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। इस वर्ष मानसून की अच्छी बारिश के कारण पार्क का जलस्तर आदर्श बना हुआ है, जो पक्षियों के लिए अनुकूल आवास प्रदान कर रहा है।

पर्यटकों के लिए बैठने की विशेष व्यवस्था - मानस सिंह

डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि अक्टूबर-नवंबर में प्रवासी पक्षियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है। पार्क के आसपास का सुंदर हैबिटेट भी पक्षियों के आवागमन और भोजन के लिए अनुकूल है। उद्यान में पर्यटकों की सुविधा के लिए साइकिल रिक्शा, गाइड और फोटोग्राफी के लिए विशेष स्थानों पर बैठने की व्यवस्था की गई है।

प्लास्टिक का उपयोग नहीं करें पर्यटक - डीएफओ

डीएफओ मानस सिंह ने पर्यटकों से प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने और शोर से बचने की अपील की, ताकि पार्क का प्राकृतिक सौंदर्य और 370 से अधिक पक्षी प्रजातियों के साथ विभिन्न जीव-जंतुओं का यह अनमोल खजाना संरक्षित रहे।

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Published on:
05 Oct 2025 11:54 am
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