डीग जिले के कामां थाना इलाके में गुरुवार सुबह टायर मोड स्थित अनाज मंडी के सामने पंचायत समिति सदस्य और व्यवसायी के एक 8 साल के बेटे की मौत हो गई। स्कूल जाने के लिए वह बस में बैठा था। इसी दौरान इसे चक्कर आया और मौत हो गई।
डीग जिले के कामां थाना इलाके में गुरुवार सुबह टायर मोड स्थित अनाज मंडी के सामने पंचायत समिति सदस्य और व्यवसायी के एक 8 साल के बेटे की मौत हो गई। स्कूल जाने के लिए वह बस में बैठा था। इसी दौरान इसे चक्कर आया और मौत हो गई। दानिश के पिता साहुन का कहना है कि बस में दानिश की बहन सदक भी थी। वह बहन के पास जाने लगा तो चक्कर आकर वह नीचे गिर गया। पिता ने बताया कि उसे अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक दानिश के परिजनों ने बताया कि उसे दौरे पड़ते थे। दानिश गांव के एक निजी स्कूल में तीसरी कक्षा का छात्र था।
पिता साहुन ने बताया कि दानिश सुबह तैयार होकर स्कूल जाने के लिए निकला था। बस में उनकी पांचों बेटी और बेटा दानिश थे। दानिश की छोटी बहन सदक अलग-अलग सीट पर बैठे थे। बस जैसे ही रवाना हुई तो सदक ने दानिश को उसके पास आकर बैठने के लिए कहा। जैसे ही वह जाने लगा तो गिर गया। इसके बाद बस ड्राइवर ने परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने तुरंत निजी डॉक्टर लेकर गए, वहां डॉक्टर ने दानिश को कामां अस्पताल ले जाने की सलाह दी। इसके बाद उसको कामां अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दानिश के ताऊ महमूद ने बताया कि डेढ़ साल पहले भी उसे चक्कर आए थे। जब उसका चेकअप करवाया तो डॉक्टर ने कहा था कि उसके शरीर में इन्फेक्शन है। इसके बाद इलाज चला और कभी चक्कर नहीं आए। उन्होंने बताया कि गुरुवार को उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई, जिससे उसकी मौत हो गई। बस में दानिश के साथ उसकी बहनें गुलशिता, मनकशा, कहकशा और सदक भी थी। ताऊ ने अंदेशा जताया है कि दानिश की हार्ट अटैक से मौत हुई है।
डॉ. बीएस सोनी ने बताया कि परिवार सुबह एक बच्चे को अस्पताल लेकर आया गया था। उसकी पहले ही मौत हो चुकी थी। मौत के कारणों का पता नहीं लग पाया है। पोस्टमॉर्टम के बाद ही कारणों का साफ तौर पर पता लग सकता था लेकिन बच्चे के परिजन शव का बिना पोस्टमॉर्टम करवाए शव को घर ले गए।