जुलाई से काम शुरू कराने के दावे तो खूब किए गए लेकिन प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने में विवि प्रशासन के पसीने छूटे।
भिलाई. छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय टीचिंग डिपार्टमेंट (यूटीडी) के भवन को आकार देने की कार्रवाही अटक गई है। जुलाई से काम शुरू कराने के दावे तो खूब किए गए लेकिन प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने में विवि प्रशासन के पसीने छूटे। आलम यह है कि मास्टर प्लान और भवन निर्माण की जिम्मेदारी तय करने के बाद भी विवि राशि का बंदोबस्त नहीं कर पाया है। सरकार की ओर से मिलने वाले फंड की प्रक्रिया आगे ही नहीं बढ़ पाई।
किश्तों में राशि देने का सिर्फ आश्वासन
विवि प्रशासन के आला अधिकारियों के मुताबिक वित्त विभाग से राशि को लेकर चर्चा हुई है। बताते हैं कि पहली किश्त के तौर पर पीडब्ल्यूडी को २० करोड़ रुपए दिए जाएंगे। प्रथम फेज में ६ यूटीडी, ऑर्डिटोरियम, गेस्ट हाउस और सेंट्रल लाइब्रेरी का निर्माण होना है। विवि प्रशासन ने इसके लिए करीब १२२ करोड़ रुपए का प्राकलन किया है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन ने कहा है कि निर्माण कार्य में लगने वाली लागत प्रोजेक्ट के हिसाब से समय-समय पर दे दी जाएगी, पर अब तक पूरा मामला सिर्फ आश्वासन पर ही टिका है।
मास्टर प्लान में हुए हैं बदलाव
एनआईटी के आर्किटेक्चर विभाग की मदद से मास्टर प्लान में बड़े बदलाव किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक प्लान में कई बिंदुओं को जोड़ा गया है। यूटीडी निर्माण के डिटेल प्लान में बदलाव हुए हैं। नई व्यवस्था के तहत आर्किटेक्चर एजेंसी ने मास्टर प्लान को नए सिरे से तैयार करके दिया है। अधिकारियों के मुताबिक विश्वविद्यालय के ८० करोड़ रुपए शासन के पास जमा है। राज्य शासन से यह राशि वापस देने की भी सिफारिश की गई है। सीएसवीटीयू के कुलपति डॉ. एमके वर्मा ने बताया कि यूटीडी निर्माण के लिए प्रक्रिया जारी है। शासन ने विश्वास दिलाया है कि जल्द ही राशि मुहैया कराई जाएगी। मास्टर प्लान पहले ही तैयार किया जा चुका है। राशि मिलते ही काम शुरू होगा।