CG Ration Card: कहते हैं पैसा फेंकों तमाशा देखों.. यह बात भिलाई नगर निगम में बिलकुल फिट बैठ रहा है। यहां एजेंट दावा कर रहे हैं कि नया राशन कार्ड चाहिए तो पैसा दो और...
CG Ration Card fraud: भिलाई नगर निगम के जोन दफ्तरों में बिना एजेंट का सहारा लिए कोई राशन कार्ड बनवाने का प्रयास करता है तो छह महीने से सालभर का समय लग सकता है। इसके पीछे निगम के कर्मचारी कई तरह का तर्क दे देते हैं। वहीं एजेंट दावा करते हैं कि वे राशन कार्ड ( Ration Card Update ) जल्द से जल्द बनवा देंगे। वे भिलाई निगम के राशन कार्ड बनने वाले विभाग से लेकर दुर्ग के खाद्य विभाग तक पैठ बनाए हुए हैं। यही वजह है कि उनको पैसा देने वाले के हाथ में जल्द राशन कार्ड आ जाता है।
CG Ration Card: नेहरू नगर जोन-1 में राशन कार्ड के लिए मंगलवार को पहुंची महिला मित्तु ने बताया कि वह एक साल से चक्कर लगा रही है। अब जाकर बोल रहे हैं कि मिल जाएगा। एक राशन कार्ड बनाने में एक-एक साल का वक्त लग रहा है। इस दौरान उसने कई बार निगम में आकर पूछा लेकिन हर बार बताया गया कि खाद्य विभाग से पीडीएफ नहीं आया है। ऐसी स्थिति में हितग्राहियों के सामने बार-बार पूछने के लिए आने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता।
Ration card Update: खाद्य विभाग दुर्ग में राशन कार्ड के लिए निगम से आवेदन जाता है। इसके बाद कार्ड बनकर मिलने में हितग्राहियों को साल-साल भर लग रहा है। वहीं जो निगम से अपना दस्तावेज लेकर सीधे चला जाता है, उसका राशन कार्ड बन जाता है। इसी तरह जो एजेंट से राशन कार्ड बनवाना चाहते हैं, वे सीधे राशन कार्ड का दस्तावेज लेकर दफ्तर जाते हैं।
नेहरू नगर जोन-1, एआरओ जेपी तिवारी ने कहा राशन कार्ड के प्रकरण को तैयार कर खाद्य विभाग भेजा जाता है। इसके बाद वहां से राशन कार्ड बनकर मिलने में एक से दो माह का वक्त लग सकता है। वहां से मिलने के बाद हितग्राही को दिया जाता है। हितग्राही राशन कार्ड के लिए सीधे आवेदन करें, किसी एजेंट का सहारा लेने की जरूरत नहीं है।
नेहरू नगर जोन-1 पहुंची आरती ने बताया कि उन्होंने फरवरी 24 में राशन कार्ड के लिए आवेदन किया। तब से बराबर निगम के जोन कार्यालय में आकर पूछताछ कर रही हैं। अब तक राशन कार्ड नहीं मिला है। कर्मचारी कह रहे हैं कि मिल जाएगा।
गीता ने बताया कि जुलाई 24 में राशन कार्ड के लिए आवेदन किए हैं। ऑनलाइन दिख रहा है। इसकी प्रति भी जमा कर दिए हैं। जोन-1 कार्यालय में आने से बताते हैं कि खाद्य विभाग से आया नहीं है। वहां से आने के बाद ही मिलेगा।