वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन ने कहा कि उन्होंने पुश्तैनी जमीन बेचकर सूर्यकुंड का निर्माण करवाया। कांग्रेसी अब इसे ही इशू बना रहे हैं। वहीं कांग्रेसियों का जवाब देने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता भी आगे आ गए हैं। पूरे मामले में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का दौर जारी है। वहीं सोशल मीडिया में यह मामला सुर्खियां बटोर रहा है।
मुकेश चंद्राकर, अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी, भिलाई District President of Congress ने इस मामले में सबसे पहले सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है, कि वैशाली नगर विधायक, रिकेश सेन Vaishali Nagar MLA Rakesh Sen झूठी बयानबाजी करते हैं। उन्होंने कहा कि वे तिल्दा में अपनी पैतृक जमीन को 90 लाख रुपए में बेचकर बैकुंठधाम 'सूर्यकुंड' का निर्माण करवाया, यह झूठ हैं। अध्यक्ष ने बताया कि विधायक ने चुनाव के समय चुनाव आयोग को शपथ पत्र में लिखा कि उनके पास वैशाली नगर में हाउसिंग बोर्ड का एक पैतृक मकान है। अब यह प्रॉपर्टी कहां से बता रहे हैं। सच दोनों में क्या है।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने पूछा झूठा था क्या शपथ पत्र
जिलाध्यक्ष ने कहा कि विधायक ने शपथ पत्र में नहीं दिया पैतृक जमीन की जानकारी और अब तिल्दा गांव में कौन सी पैतृक जमीन बेच कर ठेकेदार को भुगतान किए। जनता जानना चाहती हैं कि अगर भुगतान हुआ हैं, तो नकद किए या चेक के माध्यम से। उन्होंने कहा कि बयानबाजी तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए। यह लोगों को गुमराह करने के सिवाय और कुछ नहीं है। एक बार फिर साबित हो गया है कि भाजपा के नेता झूठ पर आधारित राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि विधायक को इसका जवाब क्षेत्र की जनता को देना होगा। विधायक ने अपनी कार्यशैली नहीं सुधारी, तो वे जनता के साथ आदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
भाजपा के नेता राजेंद्र अरोरा ने दिया जवाब
निगम के पूर्व सभापति व भाजपा नेता राजेंद्र अरोरा ने इस मामले में कांग्रेस को जवाब दिया है। उन्होंने बताया कि सूर्यकुंड गंगाघाट का निर्माण कर वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन ने समाज की सामूहिक शक्ति का प्रकटीकरण किया है। यह समरस समाज रचना को पुन। स्थापित करने का प्रयास है। चुनाव के दरमियान संकल्प और मात्र सात-आठ माह की अवधि में सूर्यकुण्ड गंगाघाट का निर्माण कर देना सरल कार्य नहीं है। असंभव सा लग रहे कार्य को चंद महीने में संभव कर दिखाना उनकी दृढ़ राजनीतिक इच्छा शक्ति का परिणाम तो है ही, यह उन संचित पुण्यों का भी प्रतिफल है। विधायक Ÿने अपना सब कुछ दांव पर लगाया है। उन्होंने कहा कि इस पुण्य कार्य का हिसाब मांगने का अधिकार किसी को नहीं है। भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर सवाल पूछने वाले होते कौन हैं। वे खुद चुनाव के दरमियान सूर्यकुण्ड निर्माण का वादा कर लोगों से समर्थन मांग रहे थे। पूर्व सभापति ने बताया कि उन्होंने खुद अपने हाथों से सूर्यकुंड निर्माण करने के लिए सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में जनसमूह का हस्ताक्षरित आवेदन उनको सौंपा था। विरोधियों को सबसे ज्यादा यही बात परेशान कर रही है कि आखिर सूर्यकुंड गंगाघाट का निर्माण कैसे हो गया। तभी तो मुकेश चंद्राकर जैसे लोग आधारहीन और अपरिपक्त बातें कर रहे हैं।
अपने गिरेबां में झांककर देखें
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जिलाअध्यक्ष खुद अपने गिरेबां में झांककर देखें। छग की महान विभूति स्व. चंदूलाल चंद्राकर जो गांव, गरीब और किसानों के लिए संघर्ष करते हुए अपना जीवन समर्पित कर दिया, गांव के लोग जिनको यादकर आज भी श्रद्धावनत हो जाते हैं। अपने स्वार्थ और लालच में आकर उनके नाम को कैसे मिट्टी पलित कर दिए। उनके नाम से अस्पताल निर्माण और वहां गरीबों का मुफ्त इलाज करने की आड़ में नेहरू नगर चौक की अरबों की जमीन को कौड़ी के भाव लेकर पिछले 25 साल से शहर और जिले की गरीब जनता को लूटने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जिलाध्यक्ष वैशाली नगर के विधायक को बदनाम करने के प्रयास कर रहे हैं। समाज को गुमराह करने के लिए सवाल पूछने के बजाए, अच्छा होगा कि वे भी सूर्यकुंड गंगाघाट में डुबकी लगाकर अपने तन-मन को पवित्र कर डालो। यह समूचे हिंदू समाज का गौरव है। पराक्रम का शिखर है। एकता का वास्तु है। झूठ की राजनीति करने वालों के मुंह पर तमाचा भी है। https://www.patrika.com/bhilai-news/51000-diyas-were-lit-in-sector-2-on-the-occasion-of-dev-deepawaliwatch-video-51000-diyas-were-lit-in-sector-2-on-the-occasion-of-dev-deepawali-19157625