CG News: सुपेला में 2019 से चीरघर शुरू हुआ है। तब से लेकर अब तक कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि 3 दिनों तक पोस्ट मार्टम के लिए शव नहीं पहुंचा हो। यह पहली बार है, जब मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को कोई भी शव पोस्ट मार्टम के लिए नहीं पहुंचा।
CG News: लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, सुपेला में 2019 से चीरघर शुरू हुआ है। तब से लेकर अब तक कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि 3 दिनों तक पोस्ट मार्टम के लिए शव नहीं पहुंचा हो। यह पहली बार है, जब मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को कोई भी शव पोस्ट मार्टम के लिए नहीं पहुंचा। इसके पीछे दो वजह है, पहली लोग त्योहार की तैयारी में जुटे हैं। वे अधिक से अधिक काम कर रहे हैं। नशा की ओर ध्यान कम हुआ है।
खुदकुशी और सड़क दुर्घटना की वजह से सबसे अधिक शव चीरघर पहुंच रहे हैं। करीब 80 फीसदी मौत इसकी वजह से ही हो रही है। डिप्रेशन में लोग खुदकुशी कर लेते हैं। दूसरा सड़क दुर्घटना में मौत होती है। सुपेला के चीरघर में हर साल 600 का पोस्ट मार्टम किया जाता है। इसमें सबसे अधिक खुदकुशी के मामले होते हैं। 70 फीसदी तक खुदकुशी के मामले होते हैं।
वहीं कर्मचारी ने कहा कि त्योहार का मौका है, ऐसे में लोगों को परिवार के साथ खुश रहना चाहिए। 5 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि तीन दिनों तक एक भी शव पोस्ट मार्टम के लिए नहीं आया। ईश्वर लोगों को ऐसे ही सदबुद्धि दे।