Mock Drill in CG: सायरन की आवाज सुनते ही नागरिक सुरक्षित आश्रय स्थल की ओर जाने लगे। इसके बाद जो लोग शेल्टर में नहीं जा पाए वे लोग अपने-अपने जगह पेट के बल लेट गए।
Mock Drill in CG: दुर्ग रेलवे स्टेशन में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। सायरन की आवाज सुनते ही नागरिक सुरक्षित आश्रय स्थल की ओर जाने लगे। इसके बाद जो लोग शेल्टर में नहीं जा पाए वे लोग अपने-अपने जगह पेट के बल लेट गए। कैसे अपने आप को प्रोटेक्शन करते हैं इसको दिखाया गया।
वहीं हमले में घायल लोगों को प्राथमिक उपचार कैसे दिया जाए, मेडिकल कैंप तक कैसे ले जाया जाए इसका प्रैक्टिकल दिखाया गया। साथ ही हवाई हमलों में आग लगने पर उपलब्ध संसाधनों से कैसे आग को बुझाया जाए यह भी बताया गया। सिविल डिफेंस के 30 स्टाफ, स्काउट के 15 सदस्य, 20 वाणिज्य के स्टाफ एवं आरपीएफ के 15 और रेलवे के 120 कर्मचारी, यात्री समेत 500 लोग शामिल रहे।