नगर निगम, भिलाई क्षेत्र के सारे बड़े नेता अब शौचालय के रख-रखाव के काम में भी रुचि दिखा रहे हैं। एक शौचालय के रख-रखाव का ठेका 15 हजार रुपए माह में दिया जाता है। इस काम को भी बड़े नेता अपने करीबियों को दिलाने के नाम पर समूह को किया जाने वाला आवंटन दबाव बनाकर रुकवा दिए हैं। हर नेता कम से कम 10 शौचालय के संचालन का काम अपने करीबियों के माध्यम से खुद करना चाहता है। इससे अधिकारी सकते में आ गए हैं। नेताओं के दबाव के आगे वे नतमस्तक हैं।
नगर निगम, भिलाई के 111 सामुदायिक शौचालय को रख-रखाव व संचालन के लिए स्वच्छता श्रंगार योजना के तहत रूचि की अभिव्यक्ति के तहत ऑफर आमंत्रित किए। इसमें 65 एनजीओ ने हिस्सा लिया। 7 अपात्र व 58 पात्र हुए हैं। पात्र पाए गए समूह, एनजीओ, फर्म की चयन की प्रक्रिया के लिए एमआईसी के समक्ष विचारार्थ रखा गया। समिति ने कुछ संशोधन के साथ पारित किया। इसको लेकर भिलाई निगम के पार्षद पियूष मिश्रा ने कलेक्टर से स्वच्छता श्रृंगार योजना के इन सुलभ शौचालयों का संचालन करने का काम लॉटरी से महिला समूहों को देने मांग किया है।
नगर निगम, भिलाई में 111 Public Toilets सार्वजनिक शौचालय हैं। इनके रख-रखाव को लेकर निगम के अधिकारियों ने 3 जुलाई 2024 में रुचि की अभिव्यक्ति के तहत ऑफर सूचना निकाला था। 15 जुलाई 24 तक तब निगम में तात्कालीन स्वस्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने निकाला था। समूह को समय पर इसे जमा करने कहा गया था। 16 जुलाई 24 को इसे खोला गया। 65 एनजीओ ने इसमें हिस्सा लिया। जिसमें से 58 एनजीओ पास हुए। निगम शौचालयों को एलॉट करने की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रहा था। एमआईसी में इसे पेश किया गया। वहां से मुहर लग गई। तब ही इसमें राजनीति हो गई और शौचालय का आवंटन ठंडे बस्ते में चला गया। https://www.patrika.com/exclusive/watch-video-gaurav-petrol-pump-sealed-for-not-paying-property-tax-19037210