मासूम की इलाज के दौरान मौत पर परिजन और ग्रामीण भड़क उठे। कंपाउंडर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में धरना दिया। सीएमएचओ से वार्ता के बाद कंपाउंडर को जिला मुख्यालय भेजा गया।
भीलवाड़ा: आसींद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक मासूम की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों और ग्रामीणों ने कंपाउंडर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन किया।
बता दें कि धर्मेश प्रजापत पुत्र शांतिलाल प्रजापत अपने सवा महीने के बच्चे को खांसी और जुकाम की तकलीफ होने पर मंगलवार दोपहर आसींद स्वास्थ्य केंद्र लाए। जहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अदब अगवानी को दिखाया। मासूम को वार्ड में शिफ्ट करने के बाद ड्रिप चढ़ाई। इसके बाद मासूम ने खून की उल्टी होने के बाद दम तोड़ दिया।
परिजनों ने बताया कि अस्पताल में कार्यरत कंपाउंडर भगवती लाल खटीक की ओर से इलाज में देरी बरती गई एवं लापरवाही की गई, जिससे बच्चे के परिजन आक्रोश में आ गए। इसके बाद आनंदपरा के ग्रामीण अस्पताल परिसर में एकत्रित हो गए एवं धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि लापरवाही बरतने वाले कंपाउंडर को यहां से हटाया जाए।
थाना अधिकारी श्रद्धा पंचौरी मय जाब्ते मौके पर पहुंची। चिकित्सकों, परिजनों और ग्रामीणों से बात कर समझाइश की गई। चिकित्सा प्रभारी भंवरलाल शर्मा ने बताया कि परिजनों एवं ग्रामीणों की मांग पर भीलवाड़ा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रामकेश गुर्जर से दूरभाष पर वार्ता कर घटना की जानकारी देकर लापरवाही बरतने वाले कंपाउंडर भगवती लाल खटीक को अग्रिम आदेश जांच तक जिला मुख्यालय भीलवाड़ा किया गया।
जांच में अगर दोषी पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मासूम के परिजन एवं ग्रामीण शव को अपने गांव ले गए। चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर शर्मा ने यह भी बताया कि यहां 6 कंपाउंडर का डेपुटेशन कर रखा है। स्टॉफ की कमी है, जबकि ओपीडी में रोजाना मरीजों की भीड़ रहती है।