भाजपा शासित बोर्ड का रहा दबदबा, प्रशासक लगाए जाने की अटकलें
भीलवाड़ा जिला परिषद में भाजपा सतारूढ बोर्ड का कार्यकाल अब समाप्ति की ओर है। जिला प्रमुख बरजी बाई भील का कार्यकाल समाप्त होने में अब केवल 10 दिन का समय शेष बचा है। 8 दिसंबर 2020 को हुए जिला परिषद सदस्यों के निर्वाचन के बाद बरजी बाई भील ने 10 दिसंबर 2020 को कार्यभार ग्रहण किया था। कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही यहां फिर से प्रशासक लगाने की चर्चा जोरों पर है। हालांकि पंचायतों व नगर निकायों के चुनाव एक साथ कराने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तैयारी में लगी है।
37 सीटों वाली भीलवाड़ा जिला परिषद में सत्ता रूढ दल भाजपा का कब्जा है। वर्तमान में परिषद में 24 सदस्य भाजपा के हैं, जबकि कांग्रेस के 13 सदस्य हैं। इन पांच साल के कार्यकाल में दो बार उप चुनाव भी हुए है। इन दोनों उप चुनाव में भाजपा ने अपनी सीट को बरकार रखा है। भाजपा के दो सदस्यों वार्ड संख्या 14 से शीला जाट और वार्ड 33 से सुनीता भील के निधन के कारण उपचुनाव हुए थे। इन दोनों सीटों पर भी भाजपा के ही उम्मीदवार विजयी रहे है। इससे पार्टी की पकड़ और मज़बूत हुई। वर्तमान में वार्ड 14 से लादीदेवी जाट और वार्ड 33 से शंकरी देवी भील सदस्य हैं।
वार्ड संख्या 7 से कांग्रेस की सदस्य रहीं कंकुदेवी भी बाद में भाजपा में शामिल हो गई थीं। इससे परिषद में भाजपा का संख्या बल और बढ़ गया।
भीलवाड़ा जिला प्रमुख के पद पर स्वतंत्रता के बाद लंबे समय तक कांग्रेस का दबदबा रहा है। 66 वर्षों के इतिहास में जनप्रतिनिधि के रूप में अब तक 14 जिला प्रमुख चुने जा चुके हैं। इनमें से आठ जिला प्रमुख कांग्रेस के थे। भाजपा को अब तक छह बार जिला प्रमुख का पद नसीब हुआ है। वर्तमान जिला प्रमुख बरजी बाई भील भाजपा की छठी और लगातार तीसरी जिला प्रमुख हैं।
भाजपा के खाते में आए प्रमुख में डॉ. रतनलाल जाट ने फरवरी 1995 में भाजपा के पहले जिला प्रमुख बने।इंजि. कन्हैयालाल धाकड़ दूसरे, पीरचंद सिंघवी तीसरे, रामचंद्र सेन चौथे, शाक्तिसिंह हाड़ा पांचवें तथा बरजी बाई भील वर्तमान में छठी जिला प्रमुख है।
जिला परिषद का कार्यकाल 8 दिसंबर 2025 को समाप्त होने के साथ ही 'गांवों की सरकार' के इस अहम पद पर नए नेतृत्व को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज़ होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि प्रदेश में अन्य जिलों में भी दिसंबर में अधिकांश जिला प्रमुखों का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है।
जिला प्रमुख कार्यकाल विवरण
क्र.सं. नाम प्रमुख कब से कब तक