राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में मध्यप्रदेश के शेरू सुसाड़िया को गौतस्करी के शक में पीट-पीटकर मार डाला गया। शेरू भीलवाड़ा के लांबिया पशु मेले से पशु खरीदकर घर लौट रहा था।
भीलवाड़ा: मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के 32 वर्षीय शेरू सुसाड़िया को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में गौतस्करी के शक में पीट-पीटकर मार दिया गया। उनके परिवार का कहना है, शेरू भीलवाड़ा के लांबिया पशु मेले से पशु खरीदकर घर लौट रहा था। इस घटना ने उनके परिवार को पूरी तरह उजाड़ दिया।
बता दें कि शेरू के चचेरे भाई मंजूर पेमला ने बताया, शेरू अपने साथी मोहसिन डोल के साथ पिकअप ट्रक में घर लौट रहे थे, तभी लगभग सुबह 3 बजे एक वाहन उनका पीछा करने लगा और रास्ता रोक दिया। उन्होंने दोनों को वाहन से बाहर खींचा और हमला करना शुरू कर दिया। उन्होंने शेरू और मोहसिन पर गायों को मारने का आरोप लगाया। शेरू ने पुलिस बताया था, ये घरेलू पशु मेले से खरीदे गए हैं, लेकिन हमलावर नहीं माने।
मोहसिन भागने में सफल रहे, लेकिन शेरू को बुरी तरह पीटा गया और उनके पास मौजूद 36,000 रुपए छीन लिए गए। चचेरे भाई मंजूर ने यह भी बताया कि एक आरोपी ने शेरू के फोन से उन्हें कॉल की और कहा कि अगर शेरू को जीवित देखना चाहते हैं तो 50,000 की मांग पूरी करनी होगी।
बता दें कि शेरू को पहले भीलवाड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर गंभीर हालत के कारण जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन 19 सितंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। करीब 10 की संख्या में आए बदमाशों ने लाठी डंडों से जमकर पीटा था।
शेरू के परिवार में उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं। परिवार ने स्पष्ट किया कि शेरू गौतस्कर नहीं थे और उन्होंने पशु मेले से वैध तरीके से खरीदे थे। शेरू के चचेरे भाई ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
भीलवाड़ा पुलिस ने अब तक इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें हिमांशु शर्मा, धर्मराज कुमावत, दीपक कुमावत, राहुल लोहार और दुर्गेश बैरवा शामिल हैं। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत हत्या के प्रयास और जानबूझकर चोट पहुंचाने के मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, पुलिस चार फरार आरोपियों देवा गुर्जर, कुणाल मालपुरा, प्रदीप राजपुरोहित और नितेश सैनी की तलाश कर रही है।