भीलवाड़ा

Rajasthan: मुंह में पत्थर ठूंसकर होठों पर फेवीक्विक लगे मिले बच्चे की हालत नाजुक, ‘आगामी 72 घंटे अहम’, क्यों बोले डॉक्टर

Bhilwara Newborn Child Tragedy Update: शिशु के गर्म पत्थरों पर पड़ा रहने के दौरान शरीर पर आई चोट और घावों पर पट्टी की जा रही है। डॉक्टर ने कहा कि शिशु के जीवन के लिए अगले 72 घंटे काफी अहम हैं।

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फोटो: पत्रिका

Bhilwara Baby News: भीलवाड़ा जिले के बिजौलियां क्षेत्र के सीताकुंड महादेव मंदिर के पास मंगलवार दोपहर को मिले 15 दिन के नवजात शिशु की हालत जिला अस्पताल में नाजुक बनी हुई है। दरअसल शिशु को उसके जन्म के 15 दिन बाद ही मुंह में पत्थर ठूंसकर, होठों को फेवीक्विक से चिपकाकर मरने के लिए छोड़ दिया गया था।

बकरियां चरा रहे लोगों की सूचना पर शिशु को पहले बिजौलियां व उसके बाद महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के शिशु रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. इंदिरा सिंह चौहान ने बताया कि शिशु को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, इसलिए उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। शिशु के गर्म पत्थरों पर पड़ा रहने के दौरान शरीर पर आई चोट और घावों पर पट्टी की जा रही है। डॉक्टर ने कहा कि शिशु के जीवन के लिए अगले 72 घंटे काफी अहम हैं।

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बच्चे की सुरक्षा के लिए लगाया गार्ड

एमजीएच अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार गौड़ ने बताया कि बच्चे की सुबह शाम चिकित्सक मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सुरक्षा के लिए गार्ड लगाया गया है। मदर मिल्क बैंक से दूध उपलब्ध कराया जा रहा है। बच्चे के पोषण के लिए यशोदा की ड्यूटी लगाई गई है।

बाल कल्याण समिति सदस्य पहुंचे अस्पताल

उधर बालक के मिलने की सूचना पर बाल कल्याण समिति सदस्य विनोद राव एमजीएच पहुंचे और चिकित्सकों को बालक का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। राव ने आमजन से भी अपील की है कि नवजात बच्चों को इस तरह ना फेंकें। पालना गृह में सुरक्षित छोड़ें।

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Updated on:
25 Sept 2025 10:26 am
Published on:
25 Sept 2025 10:08 am
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