MP News: बैठक में फैसला हुआ कि छह माह में इलेक्ट्रिक बसौ के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा, जिसके बाद ही दो चरणों में 195 नई ई-बसे संचालित हो सकेंगी।
MP News: लो-फ्लोर बस सेवा की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि अधिकारियों ने इसे सुधारने की उम्मीद छोड़ दी है। सोमवार को हुई बैठक में पूरा ध्यान प्रधानमंत्री ई-बस सेवा पर केंद्रित रहा। बैठक में फैसला हुआ कि छह माह में इलेक्ट्रिक बसों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा, जिसके बाद ही दो चरणों में राजधानी भोपाल में 195 नई ई-बसे(E Bus) संचालित हो सकेंगी।
राजधानी में एक समय 24 मार्गों पर 368 बसें चलती थीं, लेकिन अब केवल 4 मार्गों पर 40-60 बसें ही संचालित हो रही हैं। शहर की 25 लाख आबादी के लिए यह संख्या बहुत कम है। जहां 25 हजार यात्रियों पर केवल एक बस उपलब्ध है। कई बसें खराब पड़ी हैं।
बीसीएलएल के डायरेक्टर मनोज राठौर ने माना कि अधिकारियों की मिलीभगत और लापरवाही के कारण ही बस सेवा खराब हुई है। उन्होंने बताया कि ऑपरेटर्स के साथ मिलीभगत करके बस सेवा को अधिकारियों ने बर्बाद किया है।
बैठक में प्रधानमंत्री ई-बस(E Bus) सेवा को शुरू करने पर जोर दिया गया। इस योजना के तहत दो चरणों में कुल 195 इलेक्ट्रिक बसें शहर में चलाई जाएंगी। हालांकि, इन्हें शुरू करने में 6 महीने का समय लगेगा। तब तक नागरिकों को मौजूदा समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।