5 Greenfield Economic Corridors: मध्यप्रदेश में पांच ग्रीनफील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाएं जाने हैं। जिसकी लागत 33 हजार करोड़ रुपए होगी।
5 Greenfield Economic Corridors: मध्यप्रदेश के दौरे पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी सौगातों की झड़ी लगाकर गए हैं। रोड कनेक्टिविटी से जल्द ही सड़कों की सूरत बदलने वाली है। धार जिले के बदनावर में उन्होंने 5800 करोड़ रुपए की लागत से 10 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भूमि पूजन और लोकार्पण किया। इसी दौरान उन्होंने में एमपी में 5 ग्रीनफील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाए जाने की घोषणा कर दी। जसकी कुल लागत 33 हजार करोड़ रुपए होगी।
भोपाल-इंदौर कॉरिडोर के बीच में एयरपोर्ट होगा। यहां इंदौर से राघोगढ़-चापड़ा-बैतूल मार्ग में राघोगढ़ के पास से कॉरिडोर सीधा जाकर मंडीदीप के पास मिलेगी। जिससे 1:30 घंटे की दूरी 2 घंटे में पूरी हो जाएगी। बता दें कि, अभी भोपाल-इंदौर के बीच की दूरी 3-3:0 घंटे की है। देवास के हाटपिपल्या के पास ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जाना है।
भोपाल-जबलपुर कॉरिडोर दूरी मात्र 3 घंटे की हो जाएगी। जबलपुर के रास्ते कटनी-रीवा होते हुए मार्ग से भोपाल भी नागपुर से कनेक्ट हो जाएगा।
इंदौर-खंडवा-हैदराबाद सिक्स लेन हाईवे का निर्माण कार्य जारी है। यह महाराष्ट्र के अकोला-नांदेड़ होते हुए हैदराबाद जाएगा। ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी पर बड़ा ब्रिज बनाया जाना प्रस्तावित है। इस हाईवे का निर्माण कार्य मार्च 2026 में पूरा करना प्रस्तावित है।
देवास-उज्जैन-गरोठ फोरलेन हाईवे सीधा जाकर दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर में जुड़ जाएगा। जिससे बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन सीधा दिल्ली से कनेक्ट हो जाएगा।
इंदौर-हरदा-बैतूल-नागपुर कॉरिडोर का कार्य जल्द ही शुरु किया जाएगा। पहले बसें भोपाल आती हैं। इसके बाद इंदौर पहुंचती थी। हरदा-बैतूल होते हुए नागपुर जाने में भोपाल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिससे समय की काफी बचत हो जाएगी।
डॉ सीएम मोहन यादव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कि महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग को केंद्र में रखकर ओंकारेश्वर और गुजरात स्थित सोमनाथ से जोड़ने जा रहे हैं।