Jitu Patwari Resign : सूत्रों के हवाले से आई बड़ी खबर ये है कि आज दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से इस्तीफे की पेशकश कर सकते है।
Jitu Patwari Resign : लोकसभा चुनाव 2024 ( Loksabhaelection 2024 ) देश के अन्य राज्यों में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद मध्य प्रदेश में करारी हार का सामना करने वाली कांग्रेस पार्टी में अब अंदुरूनी घमासान मच खड़ा हुआ है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी हार की जिम्मेदारी ले चुके है। इसी बीच हालही में दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आई है कि जीतू पटवारी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। आज दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय ( congress office delhi ) में होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक ( Congress Working Committee meeting ) में पटवारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के समक्ष इस्तीफे की पेशकश कर सकते है। बता दें कि कांग्रेस की बैठक में जीतू पटवारी, उमंग सिंघार, दिग्विजय सिंह, कमलेश्वर पटेल समेत कई नेता शामिल हुए हैं।
दरअसल, मध्य प्रदेश के इतिहास में सबसे करारी हार के बाद आज दिल्ली में कांग्रेस की बैठक होने जा रही है। हार के बाद कांग्रेस में उठापठक के आसार नजर आने लगा है। बैठक में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और कमलेश्वर पटेल को भी दिल्ली बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया गया है। इससे पहले जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को बीते दिन दिल्ली बुलाया गया था। दोनों नेताओं से लोकसभा चुनाव में मिली हार का करण पूछा गया और रिपोर्ट पेश करने को कहा गया था।
बताया जा रहा है कि दिल्ली में आज होने वाली कांग्रेस सीडब्ल्यूसी की बड़ी बैठक में हार को लेकर मंथन किया जाएगा। दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल हार की रिपोर्ट आलाकमान के सामने पेश करेंगे। आज सुबह 11 बजे से शुरू हुई बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कर रहे है। बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को तलब किया गया।
बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में मध्य प्रदेश कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस प्रदेश की सभी 29 की 29 सीटें हार गई। कांग्रेस अपना किला छिंदवाड़ा बचाने में भी कामयाब नहीं हो सकी। दिग्विजय सिंह से लेकर नकुलनाथ, कांतिलाल भूरिया अपने घर में ही चुनाव हार गए।
इस मामले में हालही में प्रदेश के वरिष्ठ नेता ही प्रदेश के पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाने लगे हैं। शनिवार को मध्य प्रदेश के पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा कि, पहली बात तो ये कि चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं को रोक पाने में नाकाम रहा और दूसरा ये कि लोकसभा चुनाव में भी पार्टी नेतृत्व कमजोर साबित हुआ, जिसका परिणाम कांग्रेस को सीटें खोकर भुगतना पड़ा। यही नहीं, इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और वर्ष्ठ नेता अजय सिंह ने भी मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व की भूमिका पर सवाल उठाए थे।