भोपाल

45 मिनट में पहुंच जाएंगे ‘पचमढ़ी’, लेकिन ‘एयरपोर्ट’ पहुंचने में लगेंगे डेढ़ घंटे…!

MP News: बीते सालों में 100 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च कर चार बड़े ब्रिज बनाए जा चुके हैं लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ।

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Nov 04, 2025
प्रतिकात्मक फोटो (सोर्स: सोशल मीडिया)

MP News: भोपाल से मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों तक हवाई यात्रा आसान और तेज करने की योजनाएं बन रही हैं। हाल में सीएम ने हवाई मार्ग से पचमढ़ी महज 45 मिनट में पहुंचाने की योजना को हरी झंडी दिखाई है, लेकिन इसके पहले शहरवासियों को सड़क मार्ग से डेढ़ से दो घंटे की एयरपोर्ट तक की लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। ये स्थिति तब है, जब समय सीमा घटाने के लिए बीते सालों में 100 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च कर चार बड़े ब्रिज बनाए जा चुके हैं लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ।

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40 करोड़ रुपए की लागत से ब्रिज तैयार

-सिंगार चोली रेलवे ओवरब्रिज बनाया गया। रेलवे फाटक पर बार- बार रुकने की दिक्कत को दूर करने के लिए करीब 40 करोड़ रुपए की लागत से ब्रिज तैयार किया। 774 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का ये हिस्सा था, बावजूद इसके परेशानी बनी हुई है।

-कमलापार्क रोड पर जाम की स्थिति दूर करने 45 करोड़ रुपए से आर्च ब्रिज बनाया गया।

-लालघाटी और पुराने शहर के जीएडी चौराहा पर 60 करोड़ रुपए के ब्रिज तय किए गए, बावजूद इसके जाम से राहत नहीं मिली।

ये काम होते तो मिलती राहत

  • बीआरटीएस रोड को मिसरोद से बैरागढ़ सीहोर नाका तक तय किया, एयरपोर्ट को जोड़ने की योजना नहीं बनाई
  • मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट में एयरपोर्ट को बाद में रखा गया, जिससे एयरपोर्ट की राह आसानी नहीं हुई।
  • लालघाटी का ब्रिज एक तरफ ही बनाया, इससे यहां करोड़ों खर्च करने के बावजूद जाम की स्थिति है।

एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन तक पहुंचने वाले रास्तों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। आगामी सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में इस मुद्दे को चर्चा में रखा जाएगा।-कौशलेंद्र विक्रमसिंह, कलेक्टर

एयरपोर्ट-रेलवे स्टेशन रोड हो प्राथमिक

एयरपोर्ट समेत रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड की ओर जाने वाले मार्गों को प्राथमिक श्रेणी में लेकर यहां ट्रैफिक समेत रोड गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। कम से कम एयरपोर्ट तक के लिए तो ध्यान हो। ऐसा होने पर 45 मिनट में एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं। स्ट्रक्चरल इंजीनियर आर्किटेक्ट राजेश चौरसिया का कहना है कि दिल्ली में तो एयरपोर्ट पहुंचाने अलग से मेट्रो की लाइन है। यहां कम से कम अलग से इस तरह की सड़क तय कर दें, राहत मिल जाए।

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Published on:
04 Nov 2025 11:07 am
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