CM Mohan Yadav: मध्यप्रदेश में निवेश को लेकर सरकार ने पहली बार उत्तरी-पूर्वी राज्य असम का रुख कर रविवार को गुवाहाटी में इंटरैक्टिव सेशन का आयोजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निवेशकों को आमंत्रित कर कहा, हम चाहते हैं कि मप्र के टाइगर और असम के गैंडा एक साथ दौड़ें।
CM Mohan Yadav: मध्यप्रदेश में निवेश को लेकर सरकार ने पहली बार उत्तरी-पूर्वी राज्य असम का रुख कर रविवार को गुवाहाटी में इंटरैक्टिव सेशन का आयोजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निवेशकों को आमंत्रित कर कहा, मध्यप्रदेश में यदि निवेशक होटल इंडस्ट्री या अस्पताल निर्माण में निवेश करते हैं तो सौ करोड़ के निवेश में से 30 करोड़ सरकार सब्सिडी दे रही है। रोजगारपरक उद्योग लगाने पर प्रति श्रमिक पांच हजार रुपए 10 साल तक अनुदान दिया जा रहा है। हम चाहते हैं कि मप्र के टाइगर और असम के गैंडा एक साथ दौड़ें। असम के पास भैंसा है तो मध्यप्रदेश के पास गौर है। असम की ब्रह्मपुत्र नदी के लिए घड़ियाल और मगरमच्छ भी मध्यप्रदेश दे सकता है। इस संबंध में असम के मुख्यमंत्री से भी बात करने को कहा। सीमेंट, फार्मा, नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यटन पर निवेशकों से चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में पर्याप्त लैंड बैंक है। बिजली और पानी सरप्लस है। यह देश के बीच में स्थित है। यहां से सभी राज्यों की कनेक्टिविटी है। नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश की संभावनाएं बताते हुए कहा कि मप्र वह राज्य है जहां की बिजली से दिल्ली की मेट्रो चल रही है। सोलर और विंड एनर्जी की प्रदेश में अच्छी संभावनाएं हैं। सीएम ने संगीतकार भूपेन हजारिका और गायक जुबीन को भी याद किया। इससे पहले उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह ने विभिन्न नीतियों की जानकारी दी।
सीएम ने बताया, असम में बांस से काफी उत्पाद बनाए जा रहे हैं। सिल्क का भी अच्छा काम हो रहा है। मध्यप्रदेश में बांस का अच्छा उत्पादन है, इसलिए प्रदेश में भी बांस के हस्तशिल्प उत्पाद सहित अन्य चीजें बनाने मिलकर काम किया जाएगा। सिल्क के क्षेत्र में भी असम की मदद से काम आगे बढ़ाया जाएगा। इस संबंध में नॉर्थ-ईस्ट केन इंडिया बंबू डेवलपमेंट काउंसिल से भी बात हुई।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों को बताया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को देश के सबसे बड़े पीएम मित्रा पार्क का भूमिपूजन किया है। यह मेगा टेक्सटाइल पार्क निवेश के लिए सुनहरा अवसर है। निवेशक इस पार्क में या मध्यप्रदेश के किसी भी अंचल में अपनी औद्योगिक इकाई स्थापित करना चाहें तो हमारी सरकार सहयोगी और मददगार के रूप में साथ देगी।
मुख्यमंत्री ने श्री सीमेंट, एसएम ग्रुप, लोहिया समूह, स्टार सीमेंट, जीआरडी फार्मा, असम बंगाल नेविगेशन प्रालि, नॉर्थईस्ट केन इंडिया बंबू डेवलपमेंट काउंसिल से वन-टू-वन चर्चा की। इनसे आपसी सहयोग बढ़ाने और भविष्य की संभावनाओं पर बात हुई। खासतौर पर सीमेंट उद्योग, स्टील उद्योग, नवीकरणीय ऊर्जा, क्रूज संचालन, ईकोटूरिज्म आदि में निवेश पर इन संस्थानों से बात हुई है।