Bihar- बिहार के विधानसभा चुनावों पर देशभर की नजर है। यहां एनडीए और महागठबंधन में कांटे की टक्कर की बात कही जा रही है।
Bihar- बिहार के विधानसभा चुनावों पर देशभर की नजर है। यहां एनडीए और महागठबंधन में कांटे की टक्कर की बात कही जा रही है। दोनों ही पक्षोें के नेता प्रचार में कोई कोर कसर नहीं रखना चाहते। इसके मद्देनजर एमपी के बीजेपी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी बिहार बुलाया जा रहा है। बीजेपी से जहां सीएम मोहन यादव ने स्टार प्रचारक के रूप में जिम्मा संभाल लिया है वहीं अब कांग्रेस की ओर से भी प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को बिहार में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार का दायित्व दिया गया है।
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के अनेक नेताओं को बिहार में अलग अलग जिम्मेदारी दी है। पूर्व विधायक कुणाल चौधरी को तो स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य के रूप में पहले ही अहम दायित्व दे दिया गया था। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी को भी बिहार के खगडिय़ा जिले का पर्यवेक्षक बनाया गया।
दो दिन पूर्व कांग्रेस नेता आशीष तिवारी को भी खगडिय़ा का समन्वयक बनाया गया। केंद्रीय नेताओं और प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर उन्हें तत्काल वहां पहुंचने को कहा गया। इससे पहले प्रदेश के प्रियव्रत सिंह, पंकज उपाध्याय, अनुपमा आचार्य और आरिफ मसूद को बिहार चुनाव के लिए विशेष पर्यवेक्षक बनाया गया था।
बिहार में कांग्रेस की खासतौर पर ओबीसी, एससी, एसटी और मुस्लिम वोट बैंक पर नजर है। इन्हें लुभाने के लिए देशभर के कांग्रेस नेताओं के साथ ही प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को भी प्रचार की कमान सौंपी गई है।
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार के लिए पार्टी ने अपने प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है, जिनमें मध्यप्रदेश के दो नेता शामिल हैं। प्रदेश से पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को बिहार में चुनावी प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई है।