भोपाल.इंट्रो…जिले में इ-सुविधा व सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने का जिन एजेंसियों को जिम्मा दिया है, उनमें तालमेल ही नहीं है। बीते कई दिनों से लोक सेवा केंद्रों से लेकर पंजीयन कार्यालय, अस्पताल समेत अन्य विभागों में सर्वर दिक्कत दे रहा है। जिले में एनआइसी से लेकर इ-गवर्नेंस और लोक सेवा के लिए अलग-अलग इंचार्ज […]
भोपाल.
इंट्रो…जिले में इ-सुविधा व सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने का जिन एजेंसियों को जिम्मा दिया है, उनमें तालमेल ही नहीं है। बीते कई दिनों से लोक सेवा केंद्रों से लेकर पंजीयन कार्यालय, अस्पताल समेत अन्य विभागों में सर्वर दिक्कत दे रहा है। जिले में एनआइसी से लेकर इ-गवर्नेंस और लोक सेवा के लिए अलग-अलग इंचार्ज व टीम नियुक्त है, लेकिन इनमें समन्वय ही नहीं है। जिससे इ-सेवाओं- सुविधाओं को प्राप्त करने आमजन परेशान हो रहे हैं।
ऐसे समझे स्थिति
प्रभारी की बातें भी अलग
इ-गवर्नेंस के प्रभारी विकास गुप्ता का कहना है कि पोर्टल का डेवलपमेंट एमपीएसइडीसी करता है। इसमें इ-गवर्नेंस वालों की कोई भूमिका नहीं है। जिले में एनआइसी के प्रभारी बीपी खेलवाल है। इ-डिस्ट्रीक्ट पोर्टल एनआइसी ने बनाया है, लेकिन दिक्कत पर इ-गवर्नेंस की जिम्मेदारी बता रहे हैं। लोकसेवा केंद्र की जिम्मेदारी जिले में प्रसून जोशी के पास है और एनआइसी का सर्वर डाउन होने और सेवाएं प्रभावित होने के बावजूद ये इसे मानने को तैयार नहीं है। ये इस सेवा को अलग ही बता रहे हैं।
एजेंसियां मिले तो बने राहत