MP News: राज्य के सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 5 लाख से अधिक विद्यार्थियों की अपार आइडी पहले ही तैयार की जा चुकी है।
MP News: उच्च शिक्षा में छात्रों की अब डिजिटल पहचान होगी। शिक्षा सत्र 2026-27 से विद्यार्थियों को कॉलेज में प्रवेश के लिए बार-बार पंजीयन कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब एक ही ऑटोमेटेड परमानेंट अकादमिक अकाउंट रजिस्ट्रेशन (अपार) नंबर से एडमिशन, परीक्षा और प्रमाण पत्र की प्रक्रिया पूरी होगी।
राज्य के सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 5 लाख से अधिक विद्यार्थियों की अपार आइडी पहले ही तैयार की जा चुकी है। वहीं, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) ने अपने कॉलेजों में अध्ययनरत 11 लाख छात्रों का डेटा अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) पोर्टल पर अपलोड किया है। यह डेटा वर्ष 2021 से 2024 तक आयोजित परीक्षाओं से संबंधित है।
-हर छात्र को दी जाएगी एक यूनिक 12-अंकीय पहचान संख्या
-स्कूल से लेकर कॉलेज तक की पढ़ाई का पूरा रिकॉर्ड इसी पर दर्ज रहेगा
-एडमिशन, ट्रांसफर, परीक्षा और सर्टिफिकेट सब कुछ इसी नंबर से लिंक
-डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन और रेकॉर्ड गड़बड़ी की समस्या होगी खत्म
-एनएडी पोर्टल पर डिजिटल वेरिफिकेशन से बढ़ेगी पारदर्शिता
नई व्यवस्था के तहत छात्र-छात्राओं को 12वीं के बाद किसी कॉलेज में प्रवेश लेने पर अलग से रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत नहीं होगी। उनका अपार नंबर ही यूनिक स्टूडेंट आइडी के रूप में काम करेगा।
इससे छात्र का पूरा शैक्षणिक रेकॉर्ड अंकों का ब्यौरा, परीक्षा परिणाम, प्रमाणपत्र और क्रेडिट्स स्वचालित रूप से कॉलेज सिस्टम में दिखाई देगा। यह नंबर पूरे शैक्षणिक जीवन के लिए स्थायी रहेगा और छात्रों को देशभर के किसी भी कॉलेज या विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने में आसानी होगी।