ICC Women World Cup: क्रांति गौड़ अब क्रिकेट की नई सनसनी बन गई हैं। बुंदेलखंड के घुवारा (छतरपुर जिला) में जन्मीं क्रांति की घातक और अचूक बॉलिंग ने सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलियाई टीम को सेमीफाइनल में घुटने टेकने को मजबूर कर दिया।
ICC Women World Cup 2025: क्रांति गौड़(Kranti Gaur) अब क्रिकेट की नई सनसनी बन गई हैं। बुंदेलखंड के घुवारा (छतरपुर जिला) में जन्मीं क्रांति की घातक और अचूक बॉलिंग ने सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलियाई टीम को सेमीफाइनल में घुटने टेकने को मजबूर कर दिया। इस युवा पेसर क्रांति के कमाल से भारत वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचा। इस उपलब्धि पर राजधानी भोपाल के क्रिकेट प्रेमियों ने जुलूस निकालकर नारा दिया ‘क्रांति, तुम्हारी क्रांति पर हमें गर्व है।’ सभी ने कहा- भारत अब वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंच चुका है। फैंस को उम्मीद है कि क्रांति का जादू वहां भी देखने को मिलेगा। भारत की जीत के लिए प्रार्थना भी की गई।
मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मीं क्रांति के पिता मुन्ना गौड़ रिटायर्ड पुलिस कांस्टेबल हैं। 14 साल की उम्र में क्रांति ने टेनिस बॉल क्रिकेट खेलना शुरू किया। अपनी मेहनत के बल पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मजबूत स्तंभ बनीं।
क्रांति की सबसे बड़ी ताकत अचूक मिश्रण, सटीक यॉर्कर, दमदार स्विंग और गति का बेहतरीन तालमेल है। वे किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करने की क्षमता रखती हैं। उनकी कसी हुई इकोनॉमी और दबाव में शांत रहने की क्षमता उन्हें टीम के लिए एक अमूल्य खिलाड़ी बनाती है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत में क्रांति(Kranti Gaur) का अहम योगदान रहा। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जब मैदान पर अपनी पकड़ मजबूत कर रही थीं, तब क्रांति ने मैच के सबसे अहम क्षणों में एक के बाद एक विकेट चटकाए। तूफानी स्पैल ने विपक्षी टीम के मजबूत मध्यक्रम को तहस-नहस कर दिया। उनके स्कोरिंग रेट पर लगाम लगी। क्रांति गौड़ ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हेली को बोल्ड किया। लगातार चौथी बार आउट कर भारत को फाइनल में पहुंचाया।