वंदे मातरम् गाने से मना करने वालों की गृहमंत्री अमित शाह की सूची में MLA आरिफ मसूद का नाम
Vande Mataram - भारत के राष्ट्रीय गीत "वंदे मातरम" (Vande Mataram) पर संसद में जबर्दस्त चर्चा हुई। पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर वंदे मातरम के टुकड़े करने का गंभीर आरोप लगाया। 1950 में संविधान सभा द्वारा अपनाए राष्ट्रीय गीत को अभी भी कई जिम्मेदार जनप्रतिनिधि गाने से सार्वजनिक रूप से इंकार करते हैं। देश के गृहमंत्री अमित शाह ने वंदे मातरम् गाने से मना करने वालों की एक सूची जारी की है। प्रदेश के एक विधायक आरिफ मसूद का नाम भी इसमें शामिल है। इस पर बवाल मच गया है। MLA आरिफ मसूद के बहाने बीजेपी, कांग्रेस को घेर रही है। इसके बाद मसूद ने भी सफाई पेश की है।
राष्ट्रीय गीत "वंदे मातरम" को लेकर संसद में चर्चा के साथ बीजेपी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। गृहमंत्री अमित शाह ने वंदे मातरम् गायन से सार्वजनिक रूप से इंकार करने वालों की एक सूची जारी की है जिसमें एमपी के विधायक आरिफ मसूद का भी नाम है। वे भोपाल से कांग्रेस के विधायक हैं।
गृहमंत्री अमित शाह द्वारा जारी सूची में बताया गया है कि विधायक आरिफ मसूद ने सन 20219 में वंदे मातरम् Vande Mataram गाने से साफ मना कर दिया था। उन्होंने धार्मिक कारणों से राष्ट्रीय गीत गाने से इंकार किया था।
देश के गृहमंत्री अमित शाह की सूची में नाम आने के बाद बीजेपी ने विधायक आरिफ मसूद की मंशा पर सवाल उठाए। पार्टी नेताओं ने कांग्रेस को भी कठघरे में खड़ा किया। बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने गृह मंत्री अमित शाह की सूची का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि विपक्ष की समस्या भारत से नहीं, भारत की आत्मा ‘वंदे मातरम्’ से है। जो नेता देश की मातृभूमि का सम्मान करने से ही इनकार कर दें, उनसे देशभक्ति की उम्मीद कैसी? उन्होंने कांग्रेसियों को आत्ममंथन करने की जरूरत भी जताई। प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि वंदे मातरम Vande Mataram हमारी मातृभूमि का गुणगान है, इससे भला कोई कैसे एतराज कर सकता है!
मुद्दा गरमाया तो विधायक आरिफ मसूद ने स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा है कि मैंने वंदेमातरम का विरोध नहीं किया था, गा नहीं पाऊंगा। विधायक आरिफ मसूद ने बीजेपी की केंद्र सरकार को यह कहते हुए घेरा कि इंडिगो की फ्लाइटें बंद है, यात्री परेशान हो रहे हैं, किसानों को खाद नहीं मिल रही, युवा रोजगार के लिए रो रहे हैं और संसद में एक गान को लेकर चर्चा हो रही है। यह चिंता और अफसोस की बात है। विधायक आरिफ मसूद ने यह भी कहा कि बीजेपी को वंदे मातरम की बात करने का कोई हक ही नहीं है। वे लोग यह बात कर रहे हैं जिन्होंने आजादी की लड़ाई ही नहीं लड़ी।