MP Weather alert : एमपी में आज से फिर शुरू हुआ सर्दी का दौर 5-6 दिसंबर से फिर सताएगी ठंड, शीतलहर, कोल्ड वेव्ज का अलर्ट जारी, दिसंबर में फिर टूट सकता है रिकॉर्ड, जन-जीवन होगा प्रभावित... कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को भी चेताया...
MP Weather: उत्तर भारत के पहाड़ों में हो रही बर्फबारी ने मध्य प्रदेश पर अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग का कहना है कि इस बार सर्दी बढ़ाएगी मुश्किलें
मध्य प्रदेश में अब तक चली ठंड अब अगले कुछ घंटों में अपना असली रंग दिखाने वाली है। मौसम वैज्ञानिकों ने साफ संकेत दे दिए हैं कि 5 से 6 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड दस्तक देने वाली है। उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण चल रही सर्द हवाएं अब MP की ओर तेजी से बढ़ रही हैं।
बता दें कि मंगलवार की सुबह राजधानी भोपाल में कोहरा छाया रहा। वहीं सर्दी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। अब मौसम विभाग ने 48 घंटे बाद भोपाल समेत प्रदेश के पांच संभागों में ठंड का असर नजर आने का अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रदेश के कई जिलों में रात का तापमान एक झटके में 3-8 डिग्री सेल्शियस तक गिर सकता है। इन जिलों में भोपाल, ग्वालियर, रीवा, शहडोल और चंबल संभाग में इसका असर सबसे ज्यादा दिखेगा। दिन में धूप निकलेगी, लेकिन तेज और बोझिल ठंडी हवाओं से कंपकंपी का दौर भी चलेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी जारी है, उत्तर से आने वाला कोल्ड वेव पैटर्न एक्टिव बना हुआ है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के बाद तेज ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों में उतर रही हैं। यानी पहाड़ों पर जमा बर्फ, MP की गलियों में ठंडी सुई जैसे तीखे वार करने वाले झोंके लेकर आएगी। हवाओं का रुख उत्तरी, उत्तर-पूर्वी होने से न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी। इसके प्रभाव से प्रदेश में कोल्ड डे और शीतलहर की भी स्थिति बनेगी।
सुबह 5 से 8 बजे और रात 10 बजे से तड़के 4 बजे तक, सर्द हवाएं सबसे ज्यादा परेशान करने वाली रहेंगी। ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चों, सुबह-सवेरे निकलने वाले कर्मचारियों, किसानों और टू-व्हीलर चलाने वालों के लिए सर्दी हाड़ कंपाने वाली सर्दी महसूस होगी।
तापमान अचानक नीचे आने से गेहूं, चना और सरसों की फसलों पर पाला (फ्रॉस्ट) पड़ने का खतरा है। ऐसे में कृषि विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि मौसम को देखते हुए सिंचाई का अंतर कम रखें
फसल को हल्की नमी बनाए रखें, देर रात स्प्रिंकलर सिंचाई करें, ऐसा करने से पाले का असर कम हो जाता है।
इस दौरान एमपी के शहरी इलाकों में भी लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित होगी। जिसका असर दैनिक कार्यों पर पड़ेगा। देर रात सड़कों पर धुंध की परत बढ़ेगी जो सुबह देर तक छा सकती है। ट्रैफिक की स्पीड कम होगी। वहीं अस्पतालों में सर्दी, खांसी और वायरल बीमारियों के केस भी बढ़ सकते हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक 5 से 10 दिसंबर के बीच प्रदेश में कड़ाके की ठंड बने रहने के आसार हैं। रातें और ठंडी वहीं दिन छोटे और धूप का समय भी कम हो जाएगा। जिससे सर्दी लोगों की परेशानियां बढ़ा सकती है।
दिसंबर के बाद जनवरी में भी मौसम विभाग ने एमपी के ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के साथ सीहोर, विदिशा, निवाड़ी, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मंडला, डिंडौरी, इंदौर, धार, झाबुआ में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई है।
ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि MP में सर्दी हमेशा दो हिस्सों में आती है, पहले पर्दे के पीछे की 'टेस्टिंग सर्दी' और फिर असली 'मुख्य कलाकार' के रूप में। यह वही दूसरा दौर है, जो आते ही लोगों को याद दिलाएगा कि इस बार की ठंड कुछ कहने नहीं, सीधे महसूस कराने आई है।