MP Weather:मौसम विभाग ने की थी एमपी में मानसून की विदाई की बात, लेकिन जाते-जाते फिर लौटा मानसून, प्रदेश के 33 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी, आज से तीन दिन तूफानी हवा, बिजली गिरने का भी अलर्ट
MP Weather Update: राजस्थान से रविवार को मानसून की विदाई का सिलसिला शुरू हो गया। सामान्यत: राजस्थान से मानसून की विदाई 17 सितंबर के आसपास मानी जाती है। इस बार यह तीन दिन पहले ही शुरू हो गई। दूसरी ओर मध्यप्रदेश के आसपास फिर मानसूनी सिस्टम सक्रिय हो गए हैं। इससे 3-4 दिन प्रदेश के दक्षिण, पूर्वी और मध्य क्षेत्रों में बरिश के आसार हैं।
रविवार को बैतूल में 6 मिमी, पचमढ़ी में 12 मिमी और रायसेन में 16 मिमी बारिश हुई। भोपाल में भी दोपहर बाद बादल छाए और कई इलाकों में वर्षा हुई।
बता दें कि इस बार प्रदेश में मानसून सीजन का कोटा पूरा हो गया। 1 जून से 30 सितंबर तक औसतन 949.5 मिमी बारिश होती है, अब तक साढ़े 4 इंच ज्यादा 1067.2 मिमी हो चुकी है।
मध्य प्रदेश में मानसून की धमाकेदार वापसी होने जा रही है। आज सोमवार 15 सितंबर से पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू होगा और भारतीय मौसम विभाग, भोपाल (IMD) ने 33 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यह खबर प्रदेशवासियों के लिए हैरानी का कारण बनी हुई है क्योंकि कई हिस्सों में मानसून के विदा होने की चर्चाएं थीं, लेकिन अब मानसून एक बार फिर पूरे जोश के साथ एक्टिव हो गया है।
बता दें कि सीहोर जिले में पिछले एक घंटे से जमकर बारिश हो रही है। तूफानी बारिश के चलते यहां जगह-जगह पानी भर गया है। जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
IMD भोपाल के मुताबिक, एमपी के इन 33 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इन जिलों में अगले 48 घंटे तक मूसलधार बारिश और तेज हवाओं के आसार हैं।
-उत्तर और उत्तर-पूर्व एमपी के 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। इनमें ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकला, टीकमगढ़, निवाड़ी जिले शामिल हैं।
-पूर्व और दक्षिण एमपी में जबलपुर, पन्ना, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, सागर, छतरपुर, रीवा, सतना, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, सीधी, अनूपपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी जिले शामिल हैं, जहां मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। 15 सितंबर से 17 सितंबर तीन दिन तक कई जगहों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि, अरब सागर में बना लो-प्रेशर एरिया और पाकिस्तान-राजस्थान की तरफ बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से यह सिस्टम सक्रिय हुआ है।
दिलचस्प बात यह है कि मौसम विभाग ने कुछ हिस्सों में 14 सितंबर से मानसून की विदाई प्रक्रिया शुरू होने की बात कही थी। लेकिन मध्य प्रदेश और उसके आसपास के इलाके अब भी भारी बारिश की चपेट में हैं। यानी प्रदेशवासियों को मानसून की विदाई के लिए अभी और इंतजार करना होगा।