Nursing scam घोटाले में प्रदेश के एक पॉवरफुल मंत्री और एक पूर्व मंत्री घिर गई हैं।
Nursing scam Minister Vishwas Sarang Former Minister Vijayalakshmi Sadho मध्यप्रदेश में नर्सिंग घोटाला सुर्खियों में बना हुआ है। इस घोटाले में प्रदेश के एक पॉवरफुल मंत्री और एक पूर्व मंत्री घिर गई हैं। नर्सिंग घोटाले में बीजेपी और कांग्रेस नेता आमने—सामने आते हुए एक—दूसरे पर आरोप—प्रत्यारोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने जहां प्रदेश के पॉवरफुल मंत्री और तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को घोटाले का जिम्मेदार बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है वहीं बीजेपी ने घोटाले से अपना पल्ला झाड़ते हुए कांग्रेस की पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ को इसका जिम्मेदार बताया है।
नर्सिंग कॉलेज घोटाले पर जहां कांग्रेस विधानसभा में राज्य सरकार को घेरने की तैयारी में लगी है वहीं बीजेपी ने कांग्रेस की ही कमलनाथ सरकार और उनकी मंत्री को नर्सिंग घोटाले का जिम्मेदार बताया। बीजेपी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, प्रवक्ताओं के साथ खुद मंत्री विश्वास सारंग और पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने भी परस्पर आरोप लगाए।
कांग्रेस शुरु से ही नर्सिंग घोटाले में पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री रहे विश्वास सारंग की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रही है। बीजेपी ने अब घोटाले से अपना पल्ला झाड़ते हुए पलटवार किया है। बीजेपी ने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में बड़ी संख्या में फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता देने का आरोप लगाया है। बीजेपी का कहना है कि प्रदेश में 2019—2020 में कांग्रेस सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ के कार्यकाल में 453 कॉलेजों को मान्यता दी गई थी। जांच में इनमें से कई फर्जी पाए गए थे।
इस मामले में बीजेपी सरकार के मंत्री और पूर्व में चिकित्सा शिक्षा मंत्री रहे विश्वास सारंग का बयान सामने आया है। उन्होंने घोटाले के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार बताया है।इसके बाद कांग्रेस सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री रही विजयलक्ष्मी साधौ ने भी बयान जारी करते हुए बीजेपी नेताओं को घोटालेबाज बताया।
क्या कहा तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने
नर्सिंग घोटाले में कांग्रेस के निशाने पर आए तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि सीबीबाई ने जिन 66 कॉलेजों को अनसूटेबल यानि अमान्य पाया था उनमें से 39 कॉलेज तब खुले थे जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। सन 2019 में कांग्रेस की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ के कार्यकाल में सबसे ज्यादा 353 नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी गई थी।
क्या कहा कांग्रेस की पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने
इधर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधो का बयान जारी किया है। इसके अनुसार नर्सिंग काउंसिल ने 2018-19 में करीब 250 पुराने एवं फर्जी मान्यता प्राप्त कॉलेजों को बंद करा दिया। मान्यता या रिन्यूअल के लिए पारदर्शिता प्रणाली लागू करवाई। सभी पेपर ऑनलाइन जमा करवाने का सिस्टम बनवाया और कॉलेज बिल्डिंग के फोटो गूगल लोकेशन के साथ टैग करवाने का काम शुरु किया।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार के 15 सालों के कार्यकाल में नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता देने के लिए जो भ्रष्ट सिस्टम बना था उसे हमने तोड़ दिया।
कांग्रेस सरकार के पहले प्रदेश में करीब 700 नर्सिंग कॉलेज संचालित हो रहे थे जिनमें अधिकांश फर्जी थे, उनकी मान्यता हमने समाप्त की। निरीक्षण प्रणाली ऑनलाइन से जोड़ी जिससे फर्जीवाड़ा समाप्त करने में मदद मिली।