भोपाल

खो गया है मेरा तोता, सीताराम भी बोलता है, ढूंढने वाले को मिलेगा इनाम, Watch Video

Lost Parrot Bhopal News: पालतू तोते शंभू के बिछड़ने का गम इस शख्स को और उसके परिवार को इतना बेचैन कर गया है कि विनम्र विनती का एक विज्ञापन अखबार में छपवा दिया। यहां पढ़ें पूरा मामला…

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Jan 15, 2025

Lost Parrot Bhopal News : मेरा मिट्ठु खो गया है, वो सीताराम, मम्मी-पापा, छोटी बिट्टो, कौन है… बोलता है…किसी को मिले मुझे सूचित करे, मैं उचित इनाम दूंगा…क्या आपने कहीं देखा है शंभू को उड़ते हुए… ये विनम्र विनती राजधानी भोपाल के एक शख्स ने की है। जिनका पालतू तोता कहीं खो गया है। पालतू तोते के बिछड़ने का गम इस शख्स को और उसके परिवार को इतना बेचैन कर गया है कि उन्होंने विनम्र विनती का एक विज्ञापन अखबार में छपवा दिया- 'तोता गुम होने की सूचना...।'

जीवों के प्रति प्रेम और संवेदनशीलता का ये मामला है राजधानी भोपाल का। शख्स का कहना है कि मेरे पालतू तोते का नाम शंभू है, वो 4 साल से हमारे परिवार का हिस्सा था। वो जबसे खोया है, घर सूना हो गया है। अपने तोते के खोने से दुखी इस शख्स का नाम है अभिषेक दुबे। अभिषेक दुबे ने पत्रिका अखबार में विज्ञापन देकर उसके प्रति प्रेम और लगाव की मिसाल पेश की है। लेकिन ये विज्ञापन महज तोते या किसी पालतू जीव के प्रति प्रेम दिखाने भर के लिए नहीं है…बल्कि ये बड़ी उम्मीद भरी अपील है कि उनका तोता जहां भी है वापस घर लौट आए। जैसे आमतौर पर लोग अपने किसी परिजन या बच्चों के खोने और मिलने की उम्मीद में 'गुमशुदा की तलाश' का एक इश्तिहार प्रकाशित करवाते हैं।

तोता शंभू, पत्रिका में छपा विज्ञापन तथा तोते के साथ गुनगुनाती नजर आ रही आरक्षक अभिषेक दुबे की पत्नी निधि दुबे.

तोते के वापस मिलने की आस लगाए बैठे अभिषेक दुबे और उनकी पत्नी निधि दुबे से जब patrika.com ने बातचीत की, तो तोते के खोने का गम और मायूसी महसूस हो रही थी, जब उन्होंने कहा- आप मेरी मदद कीजिए तोता ढूंढ़ने में।

4 साल पहले जख्मी हालत में मिला था तोता

अभिषेक ने बताया कि 4 साल पहले तोता कहीं से उड़कर उनके घर पर आ गया था। जब वे उसके पास गए तो देखा कि उसके पैर में चोट लगी थी, जिससे खून बह रहा था। उन्होंने उसे तुरंत उठा लिया और उसे डॉक्टर के पास ले गए। थोड़े दिन के इलाज के बाद वो ठीक हो गया। एक बच्चे की तरह उसकी केयर की। इस दौरान उन्होंने और उनकी पत्नी निधि ने मिलकर उसका नामकरण भी किया और तोते का नाम शंभू रख दिया। फिर नगर निगम में रजिस्ट्रेशन भी कराया। शंभू के मिलने की उम्मीद लगाए बैठे अभिषेक कहते हैं कि मेरा तोता अगर किसी को भी मिले तो उनसे संपर्क करे, इसके लिए वे उसे उचित इनाम भी देंगे।

परिवार का हिस्सा था शंभू


भोपाल के करोंद क्षेत्र के रहने वाले अभिषेक कहते हैं कि शंभू 4 साल से उनके परिवार का हिस्सा था। उनके परिवार में उनकी पत्नी निधि और वे खुद हैं। वह पत्नी के साथ ज्यादा रहता था। इन चार साल में वह कई प्यार भरे संबोधन और शब्द कहना सीख गया था। लेकिन अब उसके जाने के बाद घर सुनसान हो गया है। शंभू गया तो कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा।



पत्नी ने नहीं दो दिन से नहीं खाया खाना

उदास अभिषेक बताते हैं कि 12 जनवरी को उनका तोता शंभू दोपहर 2 बजे घर से उड़ा तो वापस नहीं लौटा। उसके लौटने का इंतजार कर रही उनकी पत्नी ने दो दिन तक खाना नहीं खाया। बहुत मनाने से उन्होंने कल खाना खाया। अब भगवान से प्रार्थना है कि शंभू लौट आए।

आप कैसे कर सकते हैं अभिषेक की मदद

विज्ञापन पढ़कर आप भी समझ गए होंगे कि परिवार को तोते के खोने का कितना दुख है। जीव प्रेम की मिसाल बना ये विज्ञापन अपनी तरह का अनोखा विज्ञापन है। ऐसे में अगर आपको तोते नजर आएं तो, आप कैसे पहचानेंगे कि ये अभिषेक का तोता शंभू ही है। दरअसल अभिषेक ने विज्ञापन में अपने तोते की पहचान भी दी है कि वो सीताराम, मम्मी, पापा, छोटी बिट्टो, कौन है... जैसे शब्द बोलता है।

पत्नी के साथ बिताता था ज्यादा समय, पीता था चाय

वे बताते हैं कि वे एक पुलिस आरक्षक हैं और ड्यूटी पर लंबा समय गुजारते हैं। ऐसे में शंभू उनकी पत्नी निधि के साथ ज्यादा समय बिताता था। वह उनसे बहुत बातें करता था, भूख लगने पर मम्मी रोटी दो, मम्मी चाय दो कहकर चाय पीने का शौक भी पूरा करता था। लेकिन अब वो दोनों उसकी आवाज सुनने को तरस गए हैं।

Updated on:
16 Jan 2025 09:12 am
Published on:
15 Jan 2025 04:01 pm
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