Patrika Raksha Kavach Abhiyan: पत्रिका के अभियान के साथ लगातार जुड़ रहे लोग, हो रहे जागरूक, पीएंडटी सेन चौक, भोपाल में आयोजित किया गया जागरुकता कार्यक्रम, लोगों ने कहा अलर्ट रहकर ही कर सकते हैं साइबर फ्रॉड से बचाव...
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए पत्रिका की ओर से चलाए जा रहे पत्रिका रक्षा कवच अभियान से जुड़कर लोग जागरुक हो रहे हैं। इसी के तहत पीएंडटी सेन चौक पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें लोगों को साइबर अपराध और उससे बचाव को लेकर जरूरी जानकारी दी गई।
अपराधी किस तरह अपना जाल फेंककर लोगों को ठगते हैं साथ ही मोबाइल पर लुभावने मैसेज और लिंक भेजते हैं, जिस पर क्लिक करते ही आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं, डर दिखाकर फोन और वीडियो कॉल के जरिए भी लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि अनजाने कॉल, मैसेज से दूरी बनाए, किसी की झांसे में न आए। साइबर जागरुकता कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने भी अपने अनुभव बताए, साथ ही अभियान की सराहना करते हुए संकल्प लिया कि वे खुद भी सुरक्षित रहेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।
आज साइबर फ्रॉड सबसे बड़ी समस्या समाज के लिए बन गया है, आए दिन साइबर धोखाधड़ी को लेकर मामले सामने आ रहे हैं। इसे लेकर पत्रिका ने जो अभियान शुरू किया है, वह सराहनीय है और निश्चित तौर पर इसका लाभ लोगों को मिलेगा। जानकारी के अभाव में कई लोग धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, इससे बचाव बहुत ज्यादा जरूरी है।
-हीरालाल श्रीवास
साइबर फ्रॉड की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है, इसे लेकर सर्तकता जरूरी है। कई लोग जाने अनजाने में इसका शिकार हो जाते हैं। ऐसे में अलर्ट रहकर ही हम इससे बचाव कर सकते हैं, पत्रिका ने यह बहुत अच्छी पहल शुरू की है, इसका लाभ समाज को मिलेगा, लोग अगर जागरुक होंगे तो हम इससे आसानी से निपट सकते हैं।
-शैलेष सेन
आज साइबर फ्रॉड सबसे बड़ी समस्या समाज के लिए बन गया है, आए दिन साइबर धोखाधड़ी को लेकर मामले सामने आ रहे हैं। इसे लेकर पत्रिका ने जो अभियान शुरू किया है, वह सराहनीय है और निश्चित तौर पर इसका लाभ लोगों को मिलेगा। जानकारी के अभाव में कई लोग धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, इससे बचाव बहुत ज्यादा जरूरी है।
-वर्षा सराठे
कुछ माह पहले मेरे पास एक वीडियो कॉल आया जिसमें एक व्यक्ति पुलिस अधिकारी की तरह केप लगाकर बैठा था, मैंने कॉल उठाया तो कहा कि आपके बेटे ने किसी के साथ छेड़छाड़ की है, जबकि उस समय मेरा बेटा घर पर मेरे सामने ही था। इस तरह के पैतरें अपनाकर साइबर ठग लोगों से धोखाधड़ी कर रहे हैं। इससे बचाव जरूरी है।
-घनश्याम सेन