Shahid Machli- एमपी में एक गंभीर आपराधिक इतिहास वाले बदमाश को राइफल एसोसिएशन ने शूटर का दर्जा दे दिया।
Shahid Machli- एमपी में एक गंभीर आपराधिक इतिहास वाले बदमाश को राइफल एसोसिएशन ने शूटर का दर्जा दे दिया। राजधानी भोपाल में हिंदू लड़कियों को ड्रग्स देकर दुष्कर्म करने, मुस्लिम बनाने के लिए ब्लैकमेल करने के आरोपी शाहबर मछली के भाई शाहिद मछली को ख्यातिप्राप्त शूटर का दर्जा दिया गया। मामला सामने आते ही बवाल मच गया है। शाहिद मछली पर कानून का शिकंजा भी कस गया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने इसका खुलासा करते हुए मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने इस मामले पर सोशल मीडिया पर लंबी पोस्ट भी की।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) सदस्य प्रियंक कानूनगो ने अपने एक्स हेंडल पर पोस्ट करते हुए बताया कि शाहिद मछली को राइफल एसोसिएशन ने ख्यातिप्राप्त शूटर का दर्जा दिया है। उसको तीन प्रकार के हथियारों के लाइसेंस मिले हुए हैं और साल में 30000 कारतूस खरीदने की पात्रता भी है। कानूनगो ने बताया कि मामले की जांच के निर्देश दिए हैं ताकि इस आपराधिक खेल के खिलाड़ी पकड़े जाएं।
NHRC सदस्य प्रियंक कानूनगो ने लिखा, ‘हिंदू लड़कियों को लक्षित कर उनको ड्रग्स देने, बलात्कार करने, इस्लाम में धर्मांतरित करने हेतु ब्लैकमेल करने वालों को कथित रूप से संरक्षण देने के आरोपों की जांच जिन व्यक्तियों के विरुद्ध चल रही है। उसी से संबंधित शाहिद मछली को राइफल एसोसिएशन ने ख्यातिलब्ध शूटर का दर्जा दिया है। भोपाल की जनता को को इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी के अवॉर्ड्स, टूर्नामेंट जीतने, पदक मिलने की जानकारी ही नहीं है।
प्रियंक कानूनगो ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच के आदेश दिए हैं ताकि हकीकत सामने आए। यदि वह वाकई खिलाड़ी है तो समुचित सम्मान मिले और यदि यह कोई आपराधिक खेल है तो इसके सारे खिलाड़ी पकड़े जा सकें।
बताया जा रहा है कि शूटर का दर्जा मिलने से शाहिद मछली को विदेश से आयातित और स्वदेशी राइफल की पात्रता मिली है। पिस्टल हथियारों में 12,.32 30.06 बोर के अलग अलग घातक हथियार हैं। इनमें से कुछ का तो स्पोर्ट्स या शूटिंग में इस्तेमाल ही नहीं होता है।