Abhisek singh- मध्यप्रदेश में सोमवार को बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की गई। कई वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को इधर से उधर किया गया, अनेक आईएएस-आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए गए।
Abhisek singh- मध्यप्रदेश में सोमवार को बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की गई। कई वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को इधर से उधर किया गया, अनेक आईएएस-आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए गए। कलेक्टर एसपी से लेकर कमिश्नर डीआईजी तक को बदल डाला गया। इस फेरबदल से राज्य निर्वाचन आयोग भी खासा प्रभावित हुआ। आयोग में सचिव अभिषेक सिंह को स्थानांतरित कर दिया गया। मंगलवार को उन्हें भावभीनी विदाई दी गई। इस मौके पर अभिषेक सिंह की सेवाओं को याद करते हुए बताया गया कि कैसे उन्होंने नया ई ऑफिस सिस्टम लागू कर राज्य निर्वाचन आयोग को फाइलों के ढेर से आजाद कर दिया था। आयोग के उप सचिव, अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों ने भी अपने विचार व्यक्त करते उन्हें शुभकामनाएँ दीं।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज श्रीवास्तव ने राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव के रूप में अभिषेक सिंह के कार्यों और उनके योगदान की भूरि भूरि प्रशंसा की। कहा कि उनमें नवाचार करने की अद्भुत क्षमता है। अभिषेक सिंह की क्रिएटिविटी और प्रशासनिक दक्षता प्रशंसनीय है। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस मौके पर ई-ऑफिस सिस्टम लागू करने में अभिषेक सिंह की अहम भूमिका को रेखांकित किया गया। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने आयोग में ई-ऑफिस प्रणाली लागू कर फाइलों से मुक्ति दिलाई। पदोन्नति नियम-2025 लागू होते ही प्रदेश में राज्य निर्वाचन आयोग में पहला पदोन्नति आदेश जारी करवाया।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि अभिषेक सिंह ने पेपरलेस बूथ की कल्पना को साकार करने का असंभव सा कार्य करके दिखा दिया। अन्य राज्यों के साथ ईवीएम शेयरिंग की शुरूआत की। इससे राज्य निर्वाचन आयोग की आय में भी वृद्धि हुई।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव के रूप में विदा होते अभिषेक सिंह ने कहा कि आयोग का पूरा स्टॉफ समर्पित भाव से कार्य करता है। उन्होंने कहा कि जो भी नवाचार हुए, उनमें सभी कर्मचारियों का भरपूर सहयोग मिला। अभिषेक सिंह ने व्यक्तिगत रूप से हर एक अधिकारी-कर्मचारी के नामों का उल्लेख करते हुए उनकी खूबी भी बतायी।